नगर निगम चुनावों को लेकर जन संगठनों का जागरूकता अभियान
अविकल उत्तराखंड
देहरादून। उत्तराखंड इंसानियत मंच और उत्तराखंड महिला मंच सहित विभिन्न जन संगठनों ने नगर निगम चुनावों के मद्देनजर संपर्क और संवाद कार्यक्रम शुरू कर दिया है। पिछले दो दिनों में जन संगठनों के लोग दो हजार से ज्यादा मतदाताओं के साथ संपर्क करने के साथ ही कई उम्मीदवारों से संपर्क और संवाद कर चुके हैं। संगठनों की ओर से जनता की अपेक्षाओं का एक पर्चा भी वितरित किया जा रहा है। 16 जनवरी को जनसंगठनों की ओर से मतदाताओं को जागरूक करने के लिए गांधी पार्क से शहीद स्मारक तक एक जुलूस भी निकाला जा रहा है।
नगर निगम चुनावों में जन संगठनों की ओर से पिछले दो दिनों में यमुना कालोनी, गोविन्दगढ, कांवली रोड, वसंत विहार, अजबपुर, सरस्वती विहार आदि क्षेत्रों में आम नागरिकों के साथ संपर्क किया गया। कई उम्मीदवारों से भी जनसंगठनों के लोगों ने संपर्क किया और उन्हें जनता की मांगों से संबंधित अपना पर्चा सौंपा। जन संगठनों के इस पर्चे में मुख्य रूप से ड्रग्स मुक्त शहर बनाना, पेड़ काटने पर पूरी तरह रोक लगना, हर वार्ड में कम से कम दो पार्क बनना और सड़कें खोदे जाने की स्थिति में तय समय के भीतर गड्ढे भरना और 12वीं अनुसूची के सभी विषय नगर निगम को सौंपने के लिए सरकार पर दबाव डालना जैसे मुद्दे शामिल किये गये हैं। इसके साथ ही पर्चे में आम मतदाताओं के नाम अपील भी है। जिसमें लोगों से कहा गया है वे उन्हीं उम्मीदवारों को वोट दें, जो इन मुद्दों पर सहमति जताएं।
वार्ड 52 सरस्वती विहार में जन संगठनों के प्रतिनिधियों ने बीजेपी के सुमन रौतेला, कांग्रेस के आशीष गुसाईं और निर्दलीय नवनीत काला को एक साथ बिठाकर अपना एजेंडा सौंपा। यहां तीनों उम्मीदवारों ने चुनाव जीतने पर इन मुद्दों पर काम करने का आश्वासन दिया। इसी तरह वार्ड 43 द्रोणपुरी में सीपीएम की उम्मीदवार इंदु नौडियाल ने भी जन संगठनों के मुद्दों पर सहमति जताई और कहा कि चुनाव जीतने पर वे जन संगठनों के मुद्दों को पूरे ताकत के साथ आगे बढ़ाएंगी। कई अन्य जगहों पर कांग्रेस और निर्दलीय उम्मीदवारों ने जनता के इन मुद्दों पर सहमति जताई।
उत्तराखंड महिला मंच की कमला पंत ने कहा कि आम तौर पर चुनावों में मतदाता सिर्फ वोट देने तक ही सीमित रहते हैं। यह पहली बार है कि जनसंगठनों की ओर से उम्मीदवारों की जनता के मांगों और अपेक्षाओं के बारे में बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह एक सकारात्मक पहल इस मायने में भी है कि चुनावों में आम मतदाताओं का दखल हो। उन्होंने कहा कि पिछले दो दिनों में आम लोगों और ज्यादातर उम्मीदवारों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। उत्तराखंड इंसानियत मंच के त्रिलोचन भट्ट ने कहा कि जब किसी को पर्चा देते हैं तो लोग किसी उम्मीदवार का प्रचार समझ कर आनाकानी करते हैं, लेकिन जब बताया जाता है कि यह जनता की मांगें हैं उम्मीदवारों के लिए, तब लोग पर्चा लेने और पढ़ने में उत्साह दिखाते हैं। कुछ जगहों पर तो स्थानीय लोग भी टीम के साथ शामिल हो जाते हैं और कई किलोमीटर चलते हैं।
संपर्क और संवाद अभियान में मुख्य रूप से उत्तराखंड महिला मंच की निर्मला बिष्ट, भुवनेश्वरी कठैत, पद्मा गुप्ता, उषा भट्ट, विजय नैथानी, भारत ज्ञान विज्ञान समिति के विजय भट्ट, इप्टा के हरिओम पाली, जन संवाद समिति के सतीश धौलाखंडी आदि शामिल थे। इस अभियान को सिटीजन फॉर ग्रीन दून, चेतना आंदोलन, गढ़वाल सभा, मैड, इप्टा, नेताजी संघर्ष समिति, एसएफआई, सर्वोदय मंडल, हिन्द स्वराज आदि संगठनों ने भी समर्थन दिया है।
Total Hits/users- 30,52,000
TOTAL PAGEVIEWS- 79,15,245