सुनियोजित घोटाले के पीछे किसका दिमाग-कांग्रेस
देखें, सीएम धामी ने क्या कहा
संपत्ति की जांच हो, ईडी और आयकर विभाग करें कार्रवाई की सिफारिश
अविकल उत्तराखंड
देहरादून। हाईप्रोफाइल हरिद्वार भूमि घोटाले में प्रदेश सरकार द्वारा की गई प्रारंभिक कार्रवाई का स्वागत करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (संगठन व प्रशासन) सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि यह केवल पहली कड़ी है, जबकि असली कार्यवाही अब होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि सभी संलिप्त अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ आर्थिक अपराध और आपराधिक षड्यंत्र का मुकदमा दर्ज कर, उनकी संपत्तियों की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए।
मंगलवार को एक पत्रकार वार्ता में धस्माना ने कहा कि उन्होंने सोमवार को सरकार से इस गंभीर घोटाले पर कठोर कार्रवाई की मांग की थी।
इसके बाद मुख्यमंत्री द्वारा संज्ञान लेते हुए करीब एक दर्जन अधिकारियों—जिनमें उच्च प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल हैं—को निलंबित किया गया। उन्होंने मुख्यमंत्री को इस कार्रवाई के लिए धन्यवाद तो दिया, लेकिन इसे अपर्याप्त बताया।
धस्माना ने कहा, “यह घोटाला सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया है और यह एक गंभीर आपराधिक षड्यंत्र है। सिर्फ निलंबन से काम नहीं चलेगा, इन पर विधिक कार्रवाई होनी चाहिए।” उन्होंने मांग की कि इस प्रकरण को आर्थिक अपराध के रूप में दर्ज किया जाए और प्रवर्तन निदेशालय (ED) तथा आयकर विभाग द्वारा संलिप्त अधिकारियों की संपत्तियों की भी जांच की जाए।
कांग्रेस नेता ने स्पष्ट किया कि यह मामला केवल प्रशासनिक अनियमितताओं का नहीं बल्कि जनता की मेहनत की कमाई की खुली लूट का है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने सरकार से अपील की कि दोषियों को बचाने का कोई प्रयास न किया जाए और पूरी पारदर्शिता के साथ कठोरतम कदम उठाए जाएं।

