जलागम विभाग में हरेला पर्व पर वृक्षारोपण और पत्रिका विमोचन
अविकल उत्तराखंड
देहरादून। जलागम मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि बच्चों में पौधे लगाने के संस्कार विकसित करना समय की आवश्यकता है, ताकि आने वाली पीढ़ियां पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक रहें। जलागम निदेशालय में हरेला पर्व पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने रुद्राक्ष का पौधा लगाते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण एक वैश्विक जिम्मेदारी है, जिसे सभी को निभाना होगा। इस अवसर पर आंवला, चंपा, चीकू, हरड़, गुलमोहर, आम, अंजीर, बेल समेत कई पौधे लगाए गए।
महाराज ने कहा कि जलागम केवल एक विभाग नहीं, बल्कि भविष्य का दर्पण है। उन्होंने नौले, धारे जैसे पारंपरिक जलस्रोतों के संरक्षण पर जोर दिया और हर्बल पौधों के रोपण के साथ-साथ कार्बन क्रेडिट के जरिए ग्राम पंचायतों की आय बढ़ाने के सुझाव दिए। उन्होंने प्रधानमंत्री की ‘एक पेड़ मां के नाम’ मुहिम में सभी को सहभागी बनने का आह्वान किया।

स्थानीय विधायक सविता कपूर ने कहा कि प्रकृति का संरक्षण सभी की जिम्मेदारी है और इसके लिए गंभीरता से प्रयास करने होंगे। मुख्य परियोजना निदेशक दिलीप जावलकर ने बताया कि अगले वर्ष से हरेला पर्व और व्यापक स्तर पर मनाया जाएगा। परियोजना निदेशक हिमांशु खुराना ने अन्य विभागों से समन्वय कर पर्यावरणीय कार्यों को गति देने की बात कही।
इस दौरान जलागम विभाग की त्रैमासिक पत्रिका ‘जलागम दर्पण’ का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम का संचालन जेसी पांडेय ने किया। इस अवसर पर ए.के. डिमरी, एस.के. सिंह, दीपक भट्ट, एन.एस. बरफाल, मीनाक्षी जोशी, विभागीय अधिकारी-कर्मचारी और आईडीएफसी बैंक के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।

