राज्य की जनता मांग रही है विकास और जवाबदेही-कांग्रेस
अविकल उत्तराखंड
देहरादून। प्रधानमंत्री मोदी के 11 वर्षों को “सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण” बताने वाले भाजपा के दावे को उत्तराखंड कांग्रेस ने झूठ और ढकोसला करार दिया।
मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा कि इससे पहले भाजपा को उत्तराखंड में अपने 8 साल के शासन का लेखा-जोखा जनता को देना चाहिए।
दसौनी ने आरोप लगाया कि डबल इंजन सरकार ने भारी बहुमत के बावजूद जन अपेक्षाओं को ठुकराया और असफलताओं का मीनार खड़ा किया। उन्होंने कहा कि पिछले 5 वर्षों में तीन मुख्यमंत्री बदले गए, जिससे शासन में स्थिरता और विकास की निरंतरता बाधित हुई।

उन्होंने भर्ती घोटालों, UKSSSC पेपर लीक और बेरोजगारी को युवाओं के साथ विश्वासघात बताया। पलायन, वीरान होते गांव, और बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं का जिक्र करते हुए कहा कि कोविड काल में व्यवस्थाएं पूरी तरह ध्वस्त हो गईं।
चारधाम यात्रा में अव्यवस्था, जोशीमठ जैसे पर्यावरणीय संकट और महिला सुरक्षा के मुद्दे सरकार की प्राथमिकता से बाहर रहे। अंकिता भंडारी हत्याकांड में न्याय के लिए जनता को सड़कों पर उतरना पड़ा।
दसौनी ने कहा कि भाजपा की सरकार जनता को रोटी, रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य नहीं दे सकी। उसकी प्राथमिकता ‘लव जिहाद’, ‘लैंड जिहाद’, ‘धर्मांतरण कानून’ और ‘UCC’ जैसे मुद्दों तक सिमटी रही।
उन्होंने कहा कि निकाय और पंचायत चुनाव तक समय पर न कराकर सरकार ने संवैधानिक संकट खड़ा किया। अब वक्त है कि जनता जवाब मांगे और जनहित, पारदर्शिता तथा विकास आधारित राजनीति को चुने।

