आपदा प्रबंधन विभाग करेगा हर तरह का सहयोग -सिन्हा
अविकल उत्तराखंड
देहरादून। सचिव आपदा प्रबंधन और उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डाॅ. रंजीत कुमार सिन्हा ने भारतीय रेड क्रास सोसायटी से अपील की है कि वे फर्स्ट एड की ट्रेनिंग को स्कूली बच्चों को भी दें ताकि किसी आपात स्थिति में वे पीड़ित की त्वरित सहायता कर सकें। उन्होंने भारतीय रेड क्रास सोसायटी को आश्वासन दिया कि आपदा प्रबंधन विभाग और यूएसडीएमए इसके लिए उनकी हर स्तर पर मदद करेगा।
शुक्रवार को उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और भारतीय रेड क्रास सोसायटी की ओर से आपदा प्रबंधन और फस्र्ट एड पर आयोजित चार दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के समापन के मौके पर सचिव डाॅ. रंजीत कुमार सिन्हा ने कहा कि किसी भी आपदा के समय फर्स्ट एड की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है। यदि किसी घायल या पीड़ित व्यक्ति को समय पर प्राथमिक सहायता मिल जाए तो कीमती जिंदगियों को बचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जिले से लेकर पंचायत स्तर तक फर्स्ट एड की ट्रेनिंग जरूरी है।

यूएसडीएमए के मास्टर ट्रेनरों तथा अग्निशमन विभाग के नव नियुक्त कर्मचारियों को संबोधित करते हुए डाॅ. सिन्हा ने कहा कि एक फर्स्ट एड प्रदाता को स्वयं भी मानसिक रूप से मजबूत और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण यहीं तक सीमित न रहे और सभी प्रशिक्षणार्थी अपने इस ज्ञान को अधिक से अधिक लोगों तक लेकर जाएं। उन्होंने आपदा प्रबंधन को लेकर पीढ़ी दर पीढ़ी हस्तांतरित हो रहे लोगों के पारंपरिक ज्ञान को भी महत्व देने और अपने कार्यक्षेत्र में शामिल करने की अपील की। यूएसडीएमए के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी व डीआईजी राज कुमार नेगी ने कहा कि आपदा प्रबंधन विभाग के आपदा मित्रों को भी यह प्रशिक्षण देने की पहल की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस ट्रेनिंग का उद्देश्य तभी सफल होगा जब ट्रेनिंग ले रहे कर्मचारी अपने अनुभव और हुनर को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएंगे।
भारतीय रेडक्रास सोसायटी के चेयरमैन कुंदन सिंह टोलिया ने ट्रेनिंग आयोजित करने में उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डाॅ. रंजीत कुमार सिन्हा का आभार जताया। उन्होंने कहा कि रेड क्रास सोसायटी उत्तराखंड के जनमानस की सेवा को लेकर प्रतिबद्ध है और आपदा प्रंबधन विभाग के साथ मिलकर इस तरह के शिविर आगे में आयोजित होते रहें, जिससे अधिक से अधिक लोगों को फायदा पहुंचाया जा सके। इस दौरान यूएसडीएमए के आईईसी एक्सपर्ट मनीष भगत, भारतीय रेड क्रास सोसाइटी के उप सचिव हरीश शर्मा, कोषाध्यक्ष मोहन खत्री, वेदिका पंत, विजेंद्र कपरुवाण, आलोक वर्मा, अनिल सकलानी, अंजली भैसोड़ा, विनीत चैहान, सरस्वती असवाल, प्रगति जुयाल, मोहित सिंह, रोहित रावत, अभिषेक राणा आदि मौजूद थे।

आपदा मित्रों का आत्मविश्वास बढ़ाएंगे
सचिव आपदा प्रबंधन और उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डाॅ. रंजीत कुमार सिन्हा ने कहा कि आपदा मित्रों को लगातार प्रशिक्षण दिया जा रहा है। रेड क्रास सोसायटी के माध्यम से उन्हें प्रशिक्षण देकर उनके आत्मविश्वास को बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि आगामी चारधाम यात्रा, फायर सीजन, गर्मी के मौसम को लेकर आपदा प्रबंधन विभाग की तैयारी पूरी है। आपदा प्रबंधन विभाग पूरे साल अलर्ट के मोड में रहता है। उन्होंने कहा कि आपदा के जोखिम को कम करने में लोगों की बड़ी भूमिका हो सकती है। इसलिए लोगों को भी आपदा को लेकर अधिक से अधिक जागरूक होना होगा। आपदा से लड़ने में सरकार के साथ ही सिविल सोसायटी को भी आगे आना होगा।

