गांव के नीचे टीएचडीसी की जल विद्युत परियोजना की सुरंग
अविकल उत्तराखंड
जोशीमठ। बीते 30/31 अगस्त को हुए भूधंसाव से जोशीमठ ब्लॉक के अंबेडकर गांव पल्ला के गरीब परिवारों के मकानों में गम्भीर दरारें आ गई हैं।
घर अब रहने योग्य नहीं बचे, जिसके चलते सभी परिवारों को घर खाली कर पड़ोसियों के यहां शरण लेनी पड़ी है।
गांव के नीचे टीएचडीसी की निर्माणाधीन विष्णुगाढ़ पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना की सुरंग गुजर रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि परियोजना में हो रहे विस्फोटों ने गांव को अस्थिर बना दिया है और थोड़ी-सी कृषि भूमि भी अब असुरक्षित हो चुकी है।
प्रभावित परिवार बेरोजगार हैं और जीविका के लिए कृषि व दिहाड़ी मजदूरी पर निर्भर हैं। स्थानीय प्रशासन की ओर से केवल दो टेंट उपलब्ध कराए गए हैं, जो 30 परिवारों के लिए नितांत अपर्याप्त हैं। ऊंचाई पर बसे गांव में सर्दी का मौसम जल्द ही कठिन परिस्थिति खड़ी करेगा। साथ ही, हेलंग-उर्गम-पल्ला सड़क की हालत बेहद खराब है, जिससे यात्रा करना जान जोखिम में डालने जैसा हो गया है।
भाकपा (माले) की प्रमुख मांगें
- प्रत्येक प्रभावित परिवार को तत्काल 1 लाख रुपये की अहेतुक राहत राशि दी जाए।
- स्थायी व्यवस्था होने तक राहत शिविर और रहने की उचित व्यवस्था की जाए।
- घर के बदले घर और भूमि के बदले भूमि दी जाए।
- टीएचडीसी कंपनी प्रत्येक प्रभावित परिवार से एक सदस्य को रोजगार दे तथा प्रति परिवार 5 लाख रुपये की क्षतिपूर्ति दे।
- प्रभावितों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
- गांव तक जाने वाले मार्ग को व्यवस्थित किया जाए।
- टीएचडीसी द्वारा विस्फोटकों के इस्तेमाल पर रोक लगाई जाए और कंपनी से भारी जुर्माना वसूला जाए।
भाकपा (माले) की टीम में अतुल सती (सचिव गढ़वाल), दीपक टमटा, के.एन. डिमरी, विनोद कुमार (सचिव ब्लॉक ज्योर्तिमठ) और सीमा सती शामिल रहे।

