एनटीपीसी परियोजना स्थल से लापता पोते के लौटने की आस में दादी ने प्राण त्यागे

तीन अगस्त से एनटीपीसी जल विद्युत परियोजना से लापता धीरज को ढूंढ़ने में बरती जा रही लापरवाही

अविकल उत्तराखंड

जोशीमठ। एनटीपीसी जल विद्युत परियोजना की हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी में ठेके पर कार्यरत धीरज कुमार के 40 दिन से लापता होने से सदमे में आयी दादी ने प्राण त्याग दिए। धीरज के लौटने की आस लगाए परिजनों पर शुक्रवार रात को एक और दुख का पहाड़ टूट पड़ा। पोते के लापता होने के बाद से उनकी दादी ने खाना पीना त्याग दिया था। शुक्रवार रात को उन्होंने इस दुनिया को ही अलविदा कह दिया।

पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। गांव के लोग और रिश्तेदार इस खबर से बेहद आहत हैं। धीरज की दादी का निधन परिवार के लिए किसी बड़े पहाड़ के टूटने जैसा है। परिवार पहले ही अपने बेटे धीरज के खोने का गम सहन कर रहा था, और अब इस दुख ने उनकी पीड़ा को और गहरा कर दिया है। धीरज की दादी के निधन के बाद गांव वालों में भारी आक्रोश है। वह अब उग्र आंदोलन की चेतावनी दे रहे हैं, ताकि प्रशासन और जल विद्युत परियोजना के अधिकारी उनकी बातों को गंभीरता से लें।

गौरतलब है कि तीन अगस्त को धीरज को आखिरी बार परियोजना में जाते हुए सीसीटीवी में देखा गया था। शुक्रवार रात को धीरज की दादी यह गम सहन नहीं कर सकीं।

धीरज कुमार के परिवार को उम्मीद थी कि जल विद्युत परियोजना से जुड़े अधिकारी और शासन-प्रशासन इस मामले में हस्तक्षेप करेंगे, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। पुलिस ने भी केवल गुमशुदगी दर्ज कर इतिश्री कर ली। शुक्रवार को भारी बारिश में परिजनों ने क्षेत्रवासियों के साथ परियोजना के गेट पर धरना भी दिया था लेकिन कंपनी बेखबर बनी रहीं।

Total Hits/users- 30,52,000

TOTAL PAGEVIEWS- 79,15,245

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *