बेल्जियम से स्थानांतरित होकर दिल्ली आए थे जितेंद्र रावत
अविकल उत्तराखंड
नई दिल्ली। दिल्ली के चाणक्यपुरी में भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) के अधिकारी जितेंद्र रावत (44) ने इमारत की चौथी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, न ही खुदकुशी के कारणों का पता चल पाया है।
सूत्रों ने बताया, वह हमेशा कहते थे कि उन्हें आईएएस कैडर दिया जाना था, मगर आईएफएस दे दिया गया। वह अवसादग्रस्त थे और उनका इलाज चल रहा था। रावत जून, 2024 में बेल्जियम से स्थानांतरित होकर दिल्ली आए थे।
नई दिल्ली जिला पुलिस उपायुक्त देवेश कुमार महला ने बताया, मूलरूप से देहराखास, देहरादून निवासी जितेंद्र रावत 2011 बैच के आईएफएस अधिकारी थे। वह अपनी बुजुर्ग मां के साथ चाणक्यपुरी में विदेश मंत्रालय के आवासीय कॉम्प्लेक्स (एमईए) में पहली मंजिल पर रहते थे। उनकी पत्नी व दो बच्चे देहरादून में रहते हैं। जितेंद्र रावत की बहन भी आईएफएस हैं।
पुलिस के अनुसार, अधिकारी शुक्रवार सुबह पांच बजे चौथी मंजिल पर गए और कूद गए। पुलिस उनको प्राइमस अस्पताल ले गई, जहां मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस की सूचना के बाद उनकी पत्नी बच्चों के साथ शुक्रवार शाम को दिल्ली पहुंचीं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि परिजनों से पूछताछ के बाद ही खुदकुशी के कारणों का खुलासा हो सकेगा।
(साभार अऊ)

