शिक्षण संस्थानों में ‘ड्रग फ्री कैंपस’ की पहल, प्रबंधकों को सख्त निर्देश

कंसेंट फॉर्म, रैंडम टेस्ट और निष्कासन तक की कार्रवाई संभव- एसएसपी

अविकल उत्तराखंड

देहरादून। “ड्रग फ्री देवभूमि 2025” के लक्ष्य को साकार करने के लिए दून पुलिस ने ड्रग फ्री कैंपस की पहल शुरू की है। शुक्रवार को पुलिस लाइन देहरादून में एसएसपी देहरादून और एसएसपी एसटीएफ की मौजूदगी में शिक्षण संस्थानों, पीजी और हॉस्टल प्रबंधकों के साथ गोष्ठी हुई।

गोष्ठी में प्रबंधकों को निर्देश दिए गए कि वे अपने संस्थानों में डिबेट, पोस्टर, पाम्फलेट, सेमिनार आदि के माध्यम से जागरूकता फैलाएं। छात्रों व अभिभावकों से एडमिशन और सत्र शुरू होने पर कंसेंट फॉर्म भरवाएं ताकि भविष्य में शिकायत आने पर पुलिस रैंडम ड्रग टेस्ट कर सके।

प्रमुख निर्देश:

नशे में पाए गए छात्रों को संस्थान से निष्कासित करने की कार्रवाई की जाए।

ड्रंक एंड ड्राइव या अनैतिक गतिविधियों में पकड़े गए छात्रों की सूचना संस्थान को दी जाएगी और उस पर कार्रवाई की जिम्मेदारी संस्थान की होगी।

सभी छात्रों को राष्ट्रीय हेल्पलाइन 1933 और काउंसलिंग के लिए 14446 नंबर की जानकारी दी जाए।

संस्थानों में बनी एंटी ड्रग कमेटियों की नियमित बैठकें हों और किसी भी नशे संबंधी गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दी जाए।

ड्रग्स से जुड़ी सूचना छिपाने पर बीएनएस की धाराओं के तहत संस्थान के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी।

एसएसपी देहरादून ने कहा कि युवाओं को नशे से बचाने की जिम्मेदारी सिर्फ पुलिस की नहीं बल्कि अभिभावकों, छात्रों और संस्थानों की भी है। जिम्मेदारी न निभाने वालों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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