कांग्रेस ने केदार धाम में थार वाहन का किया विरोध,बैटरी चालित वाहन की वकालत
केदारनाथ धाम में थार गाड़ी ले जाना खतरनाक व मूर्खतापूर्ण निर्णय- सूर्यकांत धस्माना
अविकल उत्तराखंड
देहरादून। चिनुक हेलीकॉप्टर से थार वाहन को केदारनाथ धाम में उतारे जाने का विरोध शुरू हो गया है।
यह थार वाहन हेलीपैड से वृद्ध व दिव्यांग श्रद्धालुओं को केदार मंदिर तक ले जाएगा। थार के उतरते ही पर्यावरण समेत अन्य मुद्दों को लेकर खिलाफत के स्वर तेज हो गए हैं।
कांग्रेस ने प्रदेश सरकार द्वारा केदारनाथ में थार गाड़ी पहुंचाने के निर्णय को अनुचित बताते हुए केदार धाम को एक पिकनिक स्पॉट बनाने के प्रयासों में एक और कदम बताया ।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि पर्यावरणीय दृष्टि से अति संवेदनशील केदार धाम में पहले ही अंधाधुंध कंक्रीट के निर्माण व मंदाकिनी व सरस्वती नदी में खनन से ग्लेशियर पिघल रहे हैं और अगर केदार धाम में पेट्रोल वाहन चलने शुरू हो गए तो रही सही कसर भी पूरी हो जाएगी।
2013 से भी भयंकर आपदा उत्तराखंड के लोगों को झेलनी पड़े इसमें कोई शक नहीं। धस्माना ने कहा कि अगर किसी दिव्यांग या बीमार व्यक्ति को ले जाने का तर्क है तो उसके लिए बैटरी संचालित वाहन का उपयोग किया जा सकता है किंतु सवारी व आराम के लिए अगर थार जैसी गाड़ियों के पहुंचाने का सिलसिला सरकार कर रही है तो यह सर्वथा अनुचित है और इसे रोका जाना चाहिए।
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