सहकारिता मेले में रेशम फेडरेशन और महिला समूहों ने बिखेरी नई चमक
अविकल उत्तराखंड
श्रीनगर (पौड़ी गढ़वाल)– अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के अवसर पर सहकारिता विभाग एवं जिला सहकारी बैंक पौड़ी-कोटद्वार के संयुक्त तत्वावधान में श्रीनगर आवास विकास मैदान में जनपद स्तरीय सहकारिता मेला आयोजित हुआ।
मुख्य अतिथि, जिला सहकारी बैंक टिहरी के पूर्व अध्यक्ष सुभाष रमोला, और विशिष्ट अतिथि, पूर्व अध्यक्ष जयवीर मियां, ने कार्यक्रम में भाग लिया। सुभाष रमोला ने कहा कि “उत्तराखंड सहकारिता विभाग ने 2018 के बाद देशभर में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। यह अब राज्य में आर्थिक सशक्तिकरण और रिवर्स पलायन रोकने का महत्वपूर्ण माध्यम बन चुका है।” उन्होंने बताया कि पहले घाटे में चल रहे सहकारी बैंक आज 300 करोड़ रुपये के लाभ में हैं, जो सहकारिता की नई सफलता गाथा है।

स्थानीय उत्पादों और रेशम की लोकप्रियता
मेले में लगाए गए 165 से अधिक स्टॉल्स ने स्थानीय उत्पादों की सफलता को प्रदर्शित किया। राज्य सहकारी संघ के ऑर्गेनिक उत्पाद जैसे राजमा, मंडुवा का आटा, अचार और मक्के का आटा मेले में खास लोकप्रिय रहे। पहले दिन ही ये उत्पाद बिक जाने के बाद स्टॉक गोदाम से मंगवाना पड़ा।
उत्तराखंड रेशम फेडरेशन के कोट, टोपी, सूट, मफलर, स्टोल और पिछौरे ने भी दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया। करवा चौथ के नजदीक होने के कारण रेशम की साड़ियां महिलाओं में खास पसंद बनीं। फेडरेशन के महाप्रबंधक मातवर सिंह कंडारी ने बताया कि युवा “पहाड़ी टोपी” को “मोदी टोपी” के नाम से खरीद रहे हैं।
प्रतियोगिताएं, ऋण वितरण और सांस्कृतिक रंग
मेले के तीसरे दिन क्विज और मेहंदी प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें छात्रों और छात्राओं को पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया गया।
मुख्य अतिथियों द्वारा पंडित दीनदयाल उपाध्याय किसान कल्याण योजना के तहत 88 किसानों को 1.30 करोड़ रुपये के 0% ब्याज पर ऋण चेक वितरित किए गए। महिला स्वयं सहायता समूहों को 5-5 लाख रुपये के चेक दिए गए, साथ ही महिला एवं बाल विकास विभाग ने महिलाओं को लक्ष्मी किट और गोद भराई किट वितरित की।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों में छात्र-छात्राओं ने लोकनृत्य और गीतों की प्रस्तुतियां दीं। शाम को प्रसिद्ध गायक सौरभ मैठाणी और अमित सागर की प्रस्तुति पर दर्शक झूम उठे।
कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवंत, कार्यक्रम संयोजक मंडल के सदस्य महावीर कुकरेती, मातवर सिंह रावत, संपत सिंह रावत, नरेंद्र सिंह रावत, मनोज पटवाल, सचिव/महाप्रबंधक संजय रावत, जिला सहायक निबंधक पान सिंह राणा सहित बड़ी संख्या में विभागीय अधिकारी और स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।

