पहाड़ी बेटी की विदाई को बनाया यादगार

संदीप-अंजलि ने रोपा समलौण पौधा

संतरे का पौधा लगा दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश

अविकल उत्तराखंड

नौगांव (पौड़ी गढ़वाल)(जगमोहन डांगी)। विकासखंड खिर्सू के ग्राम नौगांव में शुक्रवार को एक भावनात्मक और प्रेरणादायक पहल देखने को मिली।
बेटी की विदाई के अवसर पर गणेश सिंह की पुत्री अंजलि की शादी ग्राम डांगी (पट्टी मनियारस्यूं) निवासी संदीप चौहान से पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ सम्पन्न हुई।
विदाई के दौरान वर-वधू संदीप और अंजलि ने घर के आंगन में संतरे का समलौण पौधा रोपित कर विवाह को यादगार बनाने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया।

पौधे के संरक्षण की जिम्मेदारी दुल्हन की मां श्रीमती विधाता देवी ने ली। इस अवसर पर समलौण सामाजिक संस्था की इस अनूठी पहल की ग्रामीणों ने खुलकर सराहना की।

संस्कारों से जोड़ रहा है पर्यावरण संरक्षण का भावनात्मक आंदोलन
समारोह का संचालन समलौण संस्था के सदस्य पंडित अनिल कुमार गोदियाल ने किया। उन्होंने बताया कि “समलौण” एक सामाजिक पहल है, जिसमें जीवन के प्रत्येक संस्कार को पौधारोपण से जोड़ा जाता है। इसे एक भावनात्मक आंदोलन के रूप में लिया जा रहा है, जो जनमानस को प्रकृति के प्रति जागरूक करता है।

इस अवसर पर उपस्थित ग्रामीण पत्रकार जगमोहन डांगी ने कहा कि वीरेंद्र दत्त गोदियाल की यह मुहिम अब राठ क्षेत्र से निकलकर प्रदेश और देशभर में फैल रही है। उन्होंने समलौण सेना को बधाई देते हुए क्षेत्रवासियों से आह्वान किया कि वे वनों को आग से बचाएं और हर संस्कार के उपलक्ष्य में पौधारोपण करें।

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