महिलाओं ने दिखाईं ताक़त
‘ऑपरेशन स्वास्थ्य’ के तहत जनता ने सिस्टम पर किये कड़े प्रहार
अविकल उत्तराखंड
अल्मोड़ा। बेरोजगारों के प्रदेश व्यापी आंदोलन के बाद कुमाऊं में लचर स्वास्थ्य सुविधाओं को।लेकर जनता के सब्र का बांध टूट गया। अल्मोड़ा के चौखुटिया में महिलाओं की भागीदारी ने सिस्टम को कठघरे में खड़ा कर दिया।
स्वास्थ्य और शिक्षा को मौलिक अधिकार बताते हुए चौखुटिया में स्थानीय नागरिकों और छात्र संगठनों ने स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार की मांग को लेकर आंदोलन तेज कर दिया है। ‘ऑपरेशन स्वास्थ्य’ के तहत जनता सड़कों पर उतरकर सरकार को चेतावनी दे रही है कि यदि उनकी मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो यह आंदोलन प्रदेश के अन्य हिस्सों तक फैलाया जाएगा।

आंदोलनकारियों ने आरोप लगाया कि सरकार ने जनता के स्वास्थ्य और शिक्षा पर ध्यान देने के बजाय करोड़ों रुपये केवल प्रचार-प्रसार और दिखावे पर खर्च किए हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य और शिक्षा हर नागरिक का मौलिक अधिकार है, और सरकार को इस दिशा में ठोस कदम उठाने होंगे।
जनता का कहना है कि पिछले कुछ वर्षों में भारी बजट व्यय के बावजूद स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति जस की तस बनी हुई है। आंदोलनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार नहीं हुआ तो प्रदेशव्यापी जन आंदोलन शुरू किया जाएगा। उनका कहना है कि इस जन आंदोलन का उद्देश्य केवल अपनी मांगें मनवाना नहीं, बल्कि सरकार को जनता की वास्तविक आवश्यकताओं के प्रति जागरूक करना भी है।
बीटे दिनों स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में हुई मौतों और उपकरण खरीद में गड़बड़ी को लेकर विपक्षी दलों ने भी करारे प्रहार किए।
मुख्य बिंदु :
चौखुटिया में स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतरी की मांग को लेकर आंदोलन तेज
आंदोलनकारियों का आरोप— सरकार ने 50 करोड़ भी स्वास्थ्य पर खर्च किए होते, तो हालात अलग होते।
जनता ने चेतावनी दी— मांगें न मानी गईं तो प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी आंदोलन होगा।
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प्रचंड स्वास्थ्य आंदोलन के बाद सरकार ने ली करवट

