पार्टी छोड़ चुके कांग्रेस नेताओं की वापसी शुरू

एससी प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष रहे अमीचंद सोनकर ने की कांग्रेस में वापसी

अनेक नेताओं ने किया है वापसी के लिए संपर्क- धस्माना

अविकल उत्तराखंड

देहरादून। उत्तराखंड में कांग्रेस छोड़ने वाले नेताओं की जो झड़ी लगी थी वो थम गई है और अब पार्टी छोड़ चुके नेता भाजपा में अपनी उपेक्षा व दुर्गति से खिन्न हो कर पछतावा कर रहे हैं तथा वापसी का रास्ता तलाश रहे हैं। यह दावा आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष व चुनाव कैम्पेन कमेटी के वरिष्ठ सदस्य सूर्यकांत धस्माना ने किया। कुछ दिन पूर्व पार्टी से त्यागपत्र दे कर भाजपा में शामिल हुए जिला अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अमीचंद सोनकर को पुनः कांग्रेस में शामिल करते हुए उन्होंने कहा कि अमीचंद सोनकर ने उनको आज सुबह फोन कर बताया कि वे अपनी गलती सुधारना चाहते हैं क्योंकि भावावेश व बहकावे में आ कर उन्होंने पार्टी से त्यागपत्र दे दिया था।

लेकिन भाजपा में उनको घुटन महसूस हुई और इसलिए वे वापस अपने घर आना चाहते हैं। धस्माना ने कहा कि अगर सुबह का भुला शाम को घर आ जाए तो उसमें बुराई नहीं है। उन्होंने माला पहना कर अमीचंद व उनके साथियों को कांग्रेस में पुनः शामिल किया। धस्माना ने कहा कि कल ही उनकी कुछ अन्य वरिष्ठ लोगों से जो कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में चले गए मुलाकात हुई और उन्होंने भी वापसी की इच्छा व्यक्त की मगर क्योंकि उनका निष्काशन पार्टी कर चुकी है इसलिए उनकी पुनः वापसी का निर्णय प्रदेश प्रभारी व प्रदेश अध्यक्ष स्तर पर लिया जाएगा। धस्माना ने कहा कि बहुत से ऐसे नेता जो कांग्रेस में मंचों में पहली पंक्ति में बैठते थे व अब उनको भाजपा में मंच में पीछे खड़े होने के लिए भी अनुमति नहीं मिल रही परेशाना हैं व कांग्रेस में वापसी करना चाहते हैं लेकिन मौकापरस्त लोगों की पार्टी में वापसी अब गुण दोष के आधार पर होगी।

प्रेस वार्ता में पार्टी के सोशल मीडिया विभाग के अध्यक्ष विकास नेगी, पार्टी की प्रदेश सचिव सुनीता प्रकाश, प्रवक्ता मोहन काला व सुलेमान उपस्थित रहे।

न अंकिता भंडारी को श्रद्धांजलि न अग्नीपथ पर कोई बात प्रधानमंत्री के ऋषिकेश जनसभा में भाषण से युवा व महिला निराश व अंकिता की आत्मा उदास- सूर्यकांत धस्माना

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ऋषिकेश की चुनावी जनसभा में प्रधनमंत्री ने कांग्रेस के द्वारा उठाये किसी सवाल का जवाब देना तो दूर जिस अंकिता भंडारी के कत्ल की गूंज पूरे देश में सुनाई दी और जिस अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने के लिए राहुल गांधी ने दक्षिण भारत में भारत जोड़ो यात्रा का पूरा एक दिन अंकिता भंडारी को समर्पित किया था प्रधानमंत्री जी ने उसी ऋषिकेश में जहां अंकिता की हत्या कर उसकी लाश को गंगा में फेंक दिया था ।उसकी आत्मा की शांति के लिए व उसके परिवारजनों की सांत्वना के लिए दो शब्द तक नहीं कहे इससे अफसोसनाक बात दूसरी नहीं हो सकती।

यह बात आज प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष व कैम्पेन कमेटी के वरिष्ठ सदस्य सूर्यकांत धस्माना ने कही। उन्होंने कहा कि हम प्रधनमंत्री की यह मजबूरी समझ सकते हैं कि अंकिता की हत्या करने वाले उनकी पार्टी के थे और उसकी हत्या के पीछे की बड़ी वजह वीआईपी भी संभवतः उनकी पार्टी का ही है। इसलिए इस पर वे कुछ नहीं बोले किंतु जब वे शक्ति वंदन व शक्ति पूजा की बड़ी बड़ी बात करते हैं तो कम से कम अंकिता के माता पिता को सांत्वना व आश्वासन के दो शब्द तो बोल ही सकते थे। धस्माना ने कहा कि इस उपेक्षा से निश्चित ही पूरे राज्य की मात्र शक्ति निराश व अंकिता भंडारी की आत्मा उदास होगी।

धस्माना ने कहा कि कांग्रेस ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया था कि वे अग्नीपथ योजना पर जरूर प्रकाश डालें किंतु उत्तराखंड के लिए सबसे ज्यादा दुष्परिणाम वाली इस योजना पर भी प्रधनमंत्री के श्रीमुख से कोई शब्द नहीं निकले। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि पीएम ने सिलकयारा भर्ती घोटाले या चंदे के धंदे पर भी कुछ नहीं बोला। धस्माना ने कहा कि उत्तराखंड में पांचों सीटों पर मुख्य मुद्दा अंकिता भंडारी हत्याकांड, भर्ती घोटाला व अग्नीपथ योजना पर जनता वोट करेगी। प्रेस वार्ता में प्रदेश कांग्रेस सोशल मीडिया अध्यक्ष विकास नेगी, श्रीमती सुनीता प्रकाश , सुलेमान व मोहन काला उपस्थित रहे।

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