अविकल उत्तराखंड
देहरादून। दीपावली के त्यौहार के दौरान व्यापारियों और व्यवसायियों के लिए इस बार बैंकिंग में अतिरिक्त चुनौतियां सामने आई हैं। नए चेक क्लियरिंग नियमों (टी+0) के लागू होने के बाद कई बैंकों में परिचालन संबंधी दिक्कतें और तकनीकी खामियां सामने आईं, जिसके कारण व्यापारियों के पैसों का निपटान समय पर नहीं हो पा रहा था। इससे बाजार में नकदी प्रवाह प्रभावित हुआ और दीपावली जैसे पर्व के समय व्यापारियों की चिंता बढ़ गई।
भारतीय रिजर्व बैंक के निर्देशानुसार अब चेक एक ही दिन में क्लियर होंगे। इस प्रक्रिया के तहत बैच प्रोसेसिंग (टी+1) को कंटिन्यूअस क्लियरिंग सिस्टम (टी+0) में बदल दिया है। ३ अक्टूबर, 2025 से इस प्रणाली को लागू किया गया था। शुरुआती दिनों में तकनीकी खामियों और परिचालन संबंधी समस्याओं के कारण कुल 1.49 करोड़ चेक, जिनकी राशि 8,49,557 करोड़ रुपये थी, में देरी और रिटर्न देखने को मिले। एनपीसीआई ने अपनी प्रेस रिलीज में बताया कि अब केंद्रीय सिस्टम स्थिर है और अधिकांश समस्याओं का समाधान हो चुका है। शेष मुद्दों के निस्तारण के लिए एनपीसीआई बैंकों के साथ मिलकर काम कर रहा है। लीड बैंक पीएनबी देहरादून के एलडीएम संजय भाटिया ने बताया कि 3 अक्टूबर से प्रक्रिया शुरू हुई थी और अब अधिकांश बैंक चेक एक ही दिन में क्लियर कर रहे हैं, जिससे व्यापारियों को राहत मिलने लगी है।
व्यापारी उठा रहे परेशानी
दीपावली के अवसर पर बाजार में धन का तेजी से आवागमन होना आवश्यक है। नए चेक क्लियरिंग नियमों की अस्थिर शुरुआत से व्यापारियों को नकदी प्रवाह में कठिनाई का सामना करना पड़ा, लेकिन अब सिस्टम स्थिर होने से त्योहार के मौसम में व्यवसाय सुचारू रूप से चल सकेगा। व्यापारी वर्ग ने बताया कि शुरुआती दिनों में चेक क्लियरिंग में देरी के कारण सप्लायर को भुगतान और माल की आपूर्ति में बाधा आई। अब एनपीसीआई और बैंक के सहयोग से यह समस्या कम हो गई है, जिससे दीपावली के दौरान बाजार की गतिविधियां प्रभावित नहीं होंगी।

