दवा घोटाले व फर्जी गूल निर्माण की भी जांच होगी नीचे खबर के लिंक को क्लिक करें
अविकल उत्त्तराखण्ड
सोमवार को सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भ्र्ष्टाचार से जुड़े तीन मामलों में एक्शन लिया। दोपहर तक दवा घोटाले और गूल निर्माण घोटाले की जांच के आदेश दिये। और रात ढलते-ढलते पावर कॉरिडोर में दमदार नौकरशाह व देहरादून के एडीएम अरविंद पांडे को हटाते हुए विजिलेंस जांच के आदेश किए हैं । सोमवार को अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कार्मिक विभाग की ओर से जारी आदेश में अपर जिलाधिकारी प्रशासन अरविंद पांडे को बाध्य प्रतीक्षा सूची में रखा गया है ।
उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक अपर जिलाधिकारी पांडे के खिलाफ सरकार को गड़बड़ी की गंभीर शिकायतें मिल रही थी । यह पता चलते ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने एडीएम के खिलाफ विजिलेंस जांच बैठाते हुए उन्हें हटाने के आदेश दिए। इससे पूर्व विकास नगर में बतौर एसडीएम रह चुके हैं। इस दौरान भी जमीनों से जुड़े उनकी कार्य प्रणाली पर सवाल उठे थे।
रुद्रप्रयाग में भी अरविंद पांडेय सेवाएं दे चुके हैं लेकिन लॉकडौन के मई महीने में उनका वापस देहरादून तबादला हो गया था। सत्ता के गलियारों में बेहद दमदार अफसर पांडेय के खिलाफ विजिलेंस जॉच से नौकरशाही में हड़कंप मच गया है।
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दवा घोटाले व 15 साल पुराने फर्जी गूल निर्माण की जांच के आदेश
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