पुष्कर धामी,बपहाड़ के पहले ऐसे सीएम जिन्होंने एक साथ कई भर्ती घोटालों की जांच के आदेश दिए
लखनऊ से गिरफ्तार किया अभियुक्त सम्पन्न राव को यूकेसीएसएसस पेपर लीक
मामले में अभी तक 34 गिरफ्तार
अविकल उत्तराखंड
देहरादून। स्पीकर ऋतु खंडूड़ी की उच्च स्तरीय जांच कमेटी के गठन के बाद विधानसभा में भर्ती मामले की चिंगारी फिलहाल एक महीने तक राख में दबी रहेगी। पहाड़ की जनता और समूचे देश को एक महीने बाद आने वाली जांच रिपोर्ट का बेसब्री से इंतजार रहेगा। दूसरी तरफ, पेपर लीक घपले में एसटीएफ हर दिन एक नए गुर्गे को पकड़ रही है। रविवार को भी एसटीएफ एसएसपी अजय सिंह ने एक और गिरफ्तारी की सूचना दी।
विधानसभा बैकडोर भर्ती घोटाले की जांच को लेकर बनायी गयी समिति के सदस्य तीनों रिटायर आईएएस अधिकारियों के समक्ष यह एक गंभीर चुनौती भी है। नेताओं व अधिकारियों के खेल में अपनों अपनों को बांटी गई नौकरियों समेत अन्य कई प्रमुख बिंदुओं पर समिति ने शुरुआती कामकाज शुरू कर दिया है।
यूँ तो राज्य गठन के बाद से ही राजधानी निर्माण, पटवारी भर्ती व दारोगा भर्ती घोटाले की गूंज रही। कई अधिकारियों पर उंगली भी उठी। पूर्व सीएम नारायण दत्त तिवारी के समय पौड़ी के डीएम लाम्बा बर्खास्त किये गए। इस बीच, कई अन्य घोटाले सामने आये। भाजपा व कांग्रेस पार्टी चुनाव के समय 56 घोटालों के आरोप में घिरते नजर आए।
बाद में छात्रवृति घोटाला व NH 74 घोटाले में कई अधिकारी जेल गए। दो आईएएस अधिकारी पंकज पांडे व चंद्रेश यादव की भूमिका की भी जांच हुई। बाद में दोनों अधिकारियों को क्लीन चिट दे दी गयी। छात्रवृति घोटाले में सरकारी अधिकारी-कर्मचारी के अलावा कई शैक्षणिक संस्थानों के मुखिया भी सलाखों के पीछे पहुंचे।
इधर, फारेस्ट गार्ड भर्ती घोटाला 2020 में हाकम सिंह पर मंगलौर थाने में मुकदमा भी दर्ज हुआ। मामला दबा दिया गया। लेकिन इधर, उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अलावा विधानसभा में हुई भर्तियों का मामला गरमाने के बाद सीएम धामी ने इन भर्ती घोटालों की जांच के आदेश तो दिए ही । साथ ही आधा दर्जन अन्य भर्ती घोटालों की भी कड़ाई से जांच करने को कहा है।
राज्य गठन के बाद पहली बार किसी मुखिया ने बड़े पैमाने पर भर्ती घोटालों के पर्दाफाश की बात कही है। गैंगेस्टर भी लगनी शुरू हो गयी है। अब नकल माफिया व दलालों की सम्पत्ति जब्ती की भी कार्रवाई जल्द शुरू होगी। उत्तराखंड में बरसों से पनप रहे दलाल-नेता व अधिकारियों के सिंडिकेट को तोड़ना भी सरकार के समक्ष गम्भीर चुनौती है।
हालांकि, सीएम पुष्कर सिंह धामी का खुला ऐलान है कि दोषी कितना भी बड़ा क्यों न हो, कतई छोड़ा नहीं जाएगा…इस ऐलान के बाद दल्ला संस्कृति के ठेकेदारों में चिंता देखी जा रही है और भर्तियों में चहेतों को बांटी गई सरकारी नौकरियों के तमाशे से गुस्सायी पहाड़ की जनता अब एक नये व बेहतर उत्तराखंड की उम्मीद के इंतजार में भी दिख रही है…भर्तियों की जांच के जारी समुद्र मंथन के बाद दल्ला व घोटाला संस्कृति पर पूर्ण विराम का भी जनता हसीं ख्वाब भी देख रही है….
यूकेसीएसएसस पेपर लीक मामला:अब तक 34
देहरादून। एसटीएफ उत्तराखंड
ने उत्तर प्रदेश के नकल माफि
या के अहम साथी को गिरफ्तार
किया है। एसटीएफ ने अभियुक्त संपन्न राव को
गोमतीनगर लखनऊ से गिरफ्तार किया गया है
।
एसटीएफ एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि अभियुक्त मूल रूप से गाजीपुर उत्तर प्रदेश का निवासी है
। और नकल सरगना सादिक मूसा का साथी है
। अभियुक्त
सम्पन्न राव ने परीक्षा से पहले अन्य अभियुक्त के
साथ हल्द्वानी रुका। हरद्वानी में आकर रुकना और पेपर लीक करने में अहम भूमिका
निभाई।
एसटीएफ
ने अभियुक्त संपन्न
राव से 3.80 लाख भी बरामद
किये। पूर्व में गिरफ्तार अभियुक्त विपिन बिहारी के घर से 6 लाख भी लखनऊ स्थित आवास से बरामद किए गए है
पेपर लीक में अब तक कुल 92 लाख कैश बरामद
किया जा चुका है। पूर्व में गिरफ्तार
अभियुक्तों की करोड़ों की अवैध संपत्ति का भी पता लगाया गया
है और दर्जनों बैंक अकाउंट
फ्रीज
किये गए हैं।
सीएम धामी ने उकस्सस्क व विधानसभा भर्ती की जांच के अलावा इन भर्तियों की भी पड़ताल के आदेश दिए हैं
भर्ती घोटाला- जांच जारी
1- वीडीओ भर्ती- विजिलेंस से STF को ट्रांसफर
2- स्नातक स्तरीय -STF
3- सचिवालय रक्षक- STF
4- दारोगा भर्ती 2015- विजिलेंस
5- वन आरक्षी फारेस्ट गार्ड – बन्द मुकदमे की फिर जांच
6- कनिष्ठ सहायक न्यायिक – STF
इन भर्तियों की जांच भी जल्द होगी
वन दरोगा-
Upcl AE भर्ती
Ujvnl AE भर्ती
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