नशेड़ी-विक्षिप्त व महिला-मर्द एक छत के नीचे
पुलिस-प्रशासन की टीम ने संचालकों को दी चेतावनी
नशामुक्ति केंद्र संचालकों की जिम्मेदारी होगी तय- डीएम आर राजेश कुमार
अविकल उत्त्तराखण्ड
देहरादून । जिलाधिकारी डाॅ आर राजेश कुमार के सख्त रवैये के बाद नगर मजिस्ट्रेट कुसुम चौहान एवं पुलिस अधीक्षक (नगर ) सरिता डोभाल के संयुक्त नेतृत्व में एस जी फाउण्डेशन एवं लाइफ केयर रिहैब सेन्टर नशामुक्ति केन्द्र के संचालकों को कड़ी फटकार लगाई। निरीक्षण में नशामुक्ति केंद्रों में भारी अव्यवस्था देखी गयी।
एस.जी फाउण्डेशन नशामुक्ति केन्द्र में नशेड़ी व्यक्तियों के साथ-साथ मानसिक रूप से विक्षिप्त लोगों को भी रखा गया है। नगर मजिस्ट्रेट ने केन्द्र के संचालक को सम्बन्धित व्यक्तियों को मानसिक चिकित्सालय में स्थान्तारित करवाने के निर्देश दिए ।
केन्द्र में भर्ती प्रत्येक व्यक्ति की भर्ती होने के तिथि से वर्तमान तक पूर्ण चिकित्सकीय जांच, कांउसिलिंग सहित पूर्ण विवरण की अलग-अलग पत्रावली बनाते हुए प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
जांच में पता चला कि केन्द्र में पुरूष एवं महिलाएं साथ साथ रखी गयी है नतीजतन संचालक को महिलाओं को अलग भवन में रखने अथवा उन्हें घर भेजने के निर्देश दिए।
नशामुक्ति केन्द्र लाईफ केयर रिहैब सेंटर में वेंटिलेशन नहीं होने पर नगर मजिस्ट्रेट कुसुम चौहान ने संचालक को केन्द्र को बन्द करने के निर्देश दिए। साथ ही भर्ती लोगों को घर भेजने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान मिली कमियां
नशामुक्ति केन्द्र बायलाॅज के अनुसार संचालित नहीं हो रहे हैं
केन्द्र पर उपचार हेतु आने वाले चिकित्सकों का एमसीआई का सर्टीफिकेट नही दिखाया गया
केन्द्र में भर्ती व्यक्तियों का मेडिकल रिकार्ड का विवरण प्रस्तुत नहीं किया गया
मूलभूत सुविधाओं की भारी कमी पायी गयी
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नतीजतन, केन्द्र संचालकों को समस्त विवरण प्रस्तुत करने के साथ ही नियमानुसार केन्द्र का संचालन करने के निर्देश दिए गए । नियमानुसार संचालन ना करने की दशा में विधिक कार्यवाही करने की चेतावनी दी गयी।
जिलाधिकारी डाॅ आर राजेश कुमार ने बताया कि नशामुक्ति केन्द्रों पर नियंत्रण हेतु कमेटी का गठन तथा सुधार हेतु दीर्घकालीन योजनाओं पर काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केन्द्रों के संचालकों की जिम्मेदारी तय की जायेगी।
निरीक्षण के दौरान जांच टीम द्वारा केन्द्र का पंजीकरण एवं नियमानुसार संचालन होने, संचालक का पूर्ण विवरण एवं सत्यापन, नशामुक्ति केन्द्र कांउसिलिंग और चिकित्सकीय जांच हेतु विशेषज्ञ चिकित्सक की नियुक्ति, केन्द्र में देखभाल हेतु कार्यरत स्टाॅफ का विवरण एवं पुलिस सत्यापन, केन्द्रों की क्षमता के अनुसार रखे गये लोगों की जानकारी, केन्द्रों में रखे गये लोगों के साथ मारपीट एवं उत्पीड़न आदि बिन्दुओं पर विस्तार से जानकारी प्राप्त की गई।
निरीक्षण के दौरान पुलिस अधीक्षक नगर सरिता डोभाल, जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल, थाना प्रभारी नन्द किशोर भट्ट, थाना प्रभारी नेहरू कालोनी, सहायक समाज कल्याण अधिकारी एस.एस नेगी एवं मानसी मिश्रा व जहांगीर आलम के अलावा पुलिस विभाग के कार्मिक उपस्थित रहे।
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