बुधवार को रामविलास यादव से विजिलेंस ने की पूछताछ
अविकल उत्तराखंड
देहरादून। अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे। आय से पांच सौ प्रतिशत ज्यादा कमाने वाले वरिष्ठ नौकरशाह राम विलास यादव की विजिलेंस के साथ चल रही लुकाछिपी पर बुधवार को विराम लग गया।
हाईकोर्ट के कड़े रुख के बाद आईएएस रामविलास यादव बुधवार को विजिलेंस के दफ्तर पहुंचे। दोपहर 1 बजे विजिलेंस के दफ्तर में जाने से पहले रामविलास यादव ने मीडिया से कोई बात नहीं की। आय से अधिक संपत्ति केमामले में घिरे रामविलास के साथ उनके वकील भी थे। यादव के आते ही सुरक्षा कर्मियों ने गेट बन्द कर दिया।
वकील अभिनव शर्मा ने बताया कि हाईकोर्ट के निर्देश के बाद जांच से जुड़े दस्तावेज लेकर विजिलेंस कार्यालय आये हैं। उन्होंने कहा कि जांच में पूरा सहयोग किया जाएगा।
आईएएस राम विलास यादव की गिरफ्तारी से स्टे सम्बंधी याचिका पर 23 जून को हाईकोर्ट निर्णय करेगी।
गौरतलब है कि रामविलास यादव 30 जून को रिटायर हो रहे हैं। आय से अधिक संपत्ति के मामले में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद विजिलेंस के गाजीपुर, लखनऊ, गाजियाबाद व देहरादून में पड़े छापे में करोड़ों रुपए मूल्य की चल अचल संपत्ति का पता चला है।
सपा सरकार के समय यादव लखनऊ विकास प्राधिकरण के सचिव भी रहे। लेकिन 2019 में उत्तराखंड आ गए। यहां भी छह साल तक समाज कल्याण विभाग में जमे रहे।
विजिलेंस के समन भेजने के बाद भी आईएएस रामविलास यादव गच्चा देते रहे। विभाग की ओर से बनाई गई तीन सदस्यीय समिति को भी गुमराह करते रहे।
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