महिलाकर्मी से अभद्रता पर आरटीआई एक्टिविस्ट पर मुकदमा, आमरण अनशन शुरू

आरटीआई एक्टिविस्ट दीपक करगेती पर अभद्रता,हाथापाई, धमकी व कंधा झटकने के साथ नशे में होने के आरोप में धारा 354 व 332 के तहत मुकदमा दर्ज, विरोध में आमरण अनशन शुरू

अविकल उत्तराखंड

देहरादून। उद्यान विभाग में समन्वयक पद पर कार्यरत डॉ सुरभि पाण्डे की शिकायत पर आरटीआई कार्यकर्ता दीपक करगेती पर कैंट थाना में गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। बागवानी मिशन राजकीय उद्यान सर्किट हाउस देहरादून में समन्वयक पद पर तैनात डॉ सुरभि पांडेय के शिकायती पत्र का संज्ञान लेते हुए कैंट थाना में आईपीसी की धारा 354 व 332 के तहत मुकदमा दर्ज कराया है। यह मुकदमा 31 अगस्त की रात लगभग 11 बजे दर्ज किया गया।

उधर, दीपक करगेती का कहना है कि उद्यान विभाग की गड़बड़ी उजागर करने पर उनके ऊपर झूठा मुकदमा दर्ज कराया गया है। करगेती ने कार्यालय की फुटेज दिखवाने की भी बात कही। यह भी कहा कि उन्होंने आज तक नशा नहीं किया। करगेती ने गुरुवार को मुकदमे के विरोध में गांधी पार्क में आमरण अनशन भी शुरू कर दिया है।

डॉ सुरभि पांडे ने अपनी शिकायत में कहा है कि 31 अगस्त को दीपक करगेती ने उनके कार्यालय में अभद्रता, हाथापाई की व धमकी भी दी। दीपक करगेती सूचना के अधिकार के तहत विभागीय अपीलीय अधिकारी के समक्ष उपस्थित हुए थे। दर्ज मुकदमे में दीपक करगेती पर सुरभि पांडे ने कुदृष्टि से देखने व कंधा झटकने का भी आरोप लगाया है।

गौरतलब है कि, दीपक करगेती ने सूचना के अधिकार के तहत उद्यान विभाग में जारी गड़बड़ियों को लेकर निदेशक डॉ एच एस बवेजा के खिलाफ मोर्चा खोला था। उद्यान विभाग के घपलों को लेकर जुलाई माह में देहरादून में भी प्रेस कांफ्रेंस की थी।

इसके बाद से ही विभाग और दीपक करगेती के मध्य तनाव की स्थिति बनी हुई है। इस बीच, 31 अगस्त को सर्किट हाउस स्थित बागवानी मिशन राजकीय उद्यान में समन्वयक डॉ सुरभि पांडेय व दीपक करगेती के बीच विभागीय सूचनाओं को लेकर गर्मागर्मी की घटना के बाद कैंट थाने में मुकदमा दर्ज।कराया गया।

देवभूमिकेसमस्त_देवगण/
चितेईगोलज्युमहाराज_जी
विषय – उद्यान विभाग में हो रहे भ्रष्टाचारों की जांच आदेश होने और झूठी FIR पर स्पष्ट जांच होने तक आमरण अनशन के संबंध में और आपसे स्पष्ट न्याय की गुहार के संबंध में।
दिनांक -01/09/22
समय – प्रातः १० बजे से
स्थान – देहरादून गांधी पार्क में
महोदया,
मेरे द्वारा उत्तराखंड उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के निदेशक को उद्यान विभाग चौबटिया में ही बैठाने और उद्यान निदेशक द्वारा लगातार किए जा रहे भ्रष्टाचारों की जांचहेतु उपलब्ध साक्ष्यों के साथ शपथ पत्र प्रस्तुत कर दिया गया है लेकिन अभी तक जांच के कोई आदेश शासन से नहीं हुए।निदेशक द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महोत्सवों में कराए गए आय व्यय लेखा जोखा की सूचना लोक सूचना से सही व स्पष्ट ना प्राप्त होने के कारण मेरे द्वारा अपीलीय अधिकारी (उद्यान निदेशक ही अपीलीय अधिकारी हैं) को पुनः सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत सभी सूचना उपलब्ध कराने हेतु पत्र प्रेषित किया जिसकी एक एक प्रति मुख्य सूचना आयुक्त महोदय उत्तराखंड सरकार और सचिव कृषि एवं कृषक कल्याण बोर्ड उत्तराखंड सरकार को भी की गई ।
जिसके सापेक्ष में अपीलीय अधिकारी ने प्रायोजित तरीके से सूचना का अवलोकन करने हेतु ३१ अगस्त २०२२ को प्रातः ११ बजे उद्यान विभाग कैंप कार्यालय सर्किट हाउस देहरादून में उपस्थित होकर सूचना प्राप्त करने का पत्र प्रेषित किया गया ।
मेरे द्वारा दिए गए दिनांक और समय के अनुसार ही वहां अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई गई और छुपाई जा रही सूचना के सभी बिंदुओं को विस्तार से रखा गया । (पत्र संगलगन उद्यान निदेशक/अपीलीय अधिकारी का पत्रांक संख्या 2105/सू० का० अधि०/2022-23 /23 अगस्त 2022 ) उद्यान निदेशक के कक्ष में मेरे अतिरिक्त जिन लोगों की उपस्थिति थी वे लोग थे उद्यान निदेशक /अपीलीय अधिकारी डा हरमिंदर सिंह बवेजा,लोक सूचना अधिकारी जयंत वर्मा , एल एम रावत वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी जी,सुरभि पांडे ,जगमोहन ।मुझे सही सूचना न दिए जाने और अपने भ्रष्टाचारों को छुपाने के उद्देश्य से निदेशक द्वारा संविदा कर्मी महिला सुरभि पांडे ने लगातार मुझ पर आक्रामक रखा।जिसका जवाब मैं हाथ जोडकर मांगता रहा कि कृपया आपने मुझसे 1850 रूपए जमा करवाए गए हैं लेकिन उसके सापेक्ष सही सूचना नहीं दी वो दीजिए।सुरिभी द्वारा सभी फाइलों को खुद ही जमीन में पटकने और ऐसी सूचना न मांगने की बात मुझसे कही गई।जब में हाथ ही जोड़ता रहा तो इनके द्वारा मेरा बायां हाथ खींचकर चिल्लाते हुए मुझसे उठकर बात करने को कहा गया।मैने कहा मैम मैं सूचना लेने पहुंचा हूं,आपके समक्ष खड़े होने नहीं। निदेशक मूक दर्शक बनकर इनको लगातार बोलने का इशारा कर रहे थे ।इनके इशारों से मुझे इनका मंतव्य समझ आ गया । मैंने उपरोक्त नहीं दी गई सूचनाओं को सभी से लिखने का आग्रह किया और एक पत्र मुझे भी देने का निवेदन किया गया।निदेशक ने यह कहकर मुझे भेजा कि यह एक अपील है इस पर निर्णय बनाकर सूचना आपको दी जाएगी। मैं वहां से लौट आया।क्योंकि मेरे द्वारा उद्यान निदेशक के खिलाफ मा मुख्य मंत्री जी, उद्यान मंत्री जी,सचिव जी , भारत सरकार में निदेशक के भ्रष्टाचारों की जांच की मांग की गई है।मुझे फंसाने और जनता में मेरी छ्वी को धूमिल करवाने के लिए निदेशक द्वारा षड्यंत्र रचा गया और झूठी FIR थाने में कर दी गई ।चूंकि आज यह दूसरी झूठी FIR मुझ पर दबाव बनाने के लिए की जा रही है और नशे में बताया गया है । मैंने अपने जीवन में आज तक नशा नहीं किया इसकी जांच हो वहां जितने भी कैमरे लगे हैं उनकी फुटेज देखी जाए ।अतः राज्य में उद्यान में व्याप्त भ्रष्टाचार के जांच के आदेश होने ओर झूठी FIR का सच सबके सामने लाने तक मैं आमरण अनशन करूंगा।
धन्यवाद ।
दीपक करगेती सामाजिक कार्यकर्ता ग्राम - नूना,पोस्ट -भतरोजखान विधानसभा - रानीखेत अल्मोड़ा ,उत्तराखंड 8938900894

First Information contents (प्रथम सूचना तथ्य):

नकल प्रार्थना पत्र हिन्दीलिखित टाईफ शुदा वादिनी सेवा में थाना प्रभारी गढ़ी कैन्ट देहरादून विषय प्रार्थिनी के साथ कार्यालय बागवानी मिशन, राजकीय उद्यान, सर्किट हाउस देहरादून में श्री दीपक करगेती द्वारा अभद्रता करते हुए धमकी दिये जाने के सम्बन्ध में आदरणीय महोदय . सादर निवेदन कर अवगत कराना है कि प्रार्थिनी द्वारा वर्ष 2010 से उधान एंव खाद्य प्रसंस्करण विभाग, उत्तराखण्ड के अन्तर्गत केन्द्रपोषित बागवानी मिशन योजनान्तर्गत राजकीय सेवाओं में सहयोग प्रदान किया जा रहा है।

आज दिनांक 31 अगस्त 2022 को प्रातः 11:00 बजे कार्यालय निदेशक, बागवानी मिशन, राजकीय उद्यान सर्किट देहरादून में सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत विभागीय अपीलीय अधिकारी के सम्मुख अपीलकर्ता श्री दीपक करगेती COश्री आनन्द बल्लभ तिवारी, लिशा डिपॉट, नजदीक शीशमहल, काठगोदाम, हल्द्वानी नैनीताल उपस्थित हुए।

इस दौरान लोक सूचना अधिकारी लेखा पटल सहायक लोक सूचना अधिकारी एंव अन्य कार्मिक औ उपस्थित थे। अपील में चर्चा के दौरान अपीलीय अधिकारी द्वारा प्रार्थिनी से समस्त सूचनाओं के सम्बन्ध में पुष्टि कराने हेतु कहा गया, जिसके अनुपालन में अभिलेखों का अवलोकन करानो पर श्री दीपक करगेती द्वारा उन्हें प्रदत्त की गयी सूचनाओं को कूड़ा बताते हुए विभागीय पत्रावलियों को मनमाने ढंग से स्वयं देखने का प्रयास किया गया, जिस पर प्रार्थिनी द्वारा उन्हें विनम्रतापूर्वक बताया गया कि उन्हें समस्त सूचनाएँ उपलब्ध करा दी गयी है तथा भविष्य में भी पूर्ण सहयोग करते हुए नियमानुसार सूचनायें उपलब्ध करायी जायेगी परन्तु वह मनमाने व असंवैधानिक ढंग से स्वयं पत्रावलियों को ना छेडे चूंकि यह राजकीय कार्यो में बाधा है।

तदोपरान्त पुनः समस्त सूचनाओं का अवलोकन कराने पर उनके द्वारा प्रार्थिनी को कहा गया कि यदि आप परेशान है और आपको सूचनाएँ प्रदान करने का दबाव है तो मात्र आपके लिए मैं समस्त प्रकरण अपील को वापस ले लेता हूँ और तदोपरान्त उनके द्वारा अपीलीय अधिकारी के समक्ष स्वयं इस आशय का पत्र लिखना प्रारम्भ किया गया, जो कि अपूर्ण है ( छायाप्रति संलग्न) पत्र लिखने के दौरान श्री करगेती द्वारा अभद्रतापूर्ण व्यवहार करना प्रारम्भ कर दिया, जिस कारण प्रार्थनी को गहरी मानसिक वेदना व सन्ताप हुआ, जिसे देखकर श्री दीपक करनेती द्वारा प्रार्थनी से कहा गया कि यदि आपके अत्यधिक आंसू आये व आप जोर जोर से रोयोगे तो में विभाग के सभी प्रकरण वापस लूँगा।

श्री दीपक करगेती के यह शब्द सुनकर प्रार्थिनी ने उनके द्वारा लिखे जा रहे पत्र को ले लिया तथा उनसे कहा गया कि आप मुझे निजी रूप से इस प्रकार की बातें क्यों बोल रहे हैं। इसके उपरान्त पुनः श्री दीपक करगेती द्वारा प्रार्थिनी के साथ अभद्रता कर प्रार्थिनी को कुदृष्टि से देखते हुए कंधा पकड़ कर जोर से झटक के पकड़ा गया तब प्रार्थिनी द्वारा अपना बचाव किया गया। फिर श्री दीपक करगेती द्वारा प्रार्थिनी से हाथापाई करने का प्रयास किया गया, परन्तु प्रार्थिनी किसी प्रकार से शोर मचाकर उनके प्रयास को विफल कर सकी। श्री दीपक करगेती के व्यवहार से स्पष्ट प्रदर्शित हो रहा था कि उनके द्वारा किसी प्रकार का नशा किया हुआ था।

श्री दीपक करगेती द्वारा कहा गया कि उनके द्वारा अपने स्त्रोतों से समस्त विभागीय अभिलेख प्राप्त कर लिए है तथा उन्हें किसी प्रकार के अभिलेखों की आवश्यकता नहीं है, इसके प्रतिउत्तर में प्रार्थिनी द्वारा उनसे पूछा गया कि फिर वह क्यों बार-बार सूचना के अधिकार के अन्तर्गत सूचना क्यों मांग रहे है, इस पर उनके द्वारा कहा गया कि मुझे विभाग के एक-एक अधिकारी/कर्मचारी को देखना है तथा मैं सबको हटवा दूंगा व तुम भी अपने आप को 50 अंग्रेजी में अपठित ज्यादा ना समझो।

श्री दीपक करगेती द्वारा प्रार्थिनी को धमकी देते हुए कहा गया कि मैं विधायक का चुनाव भी लड़ चुका हूँ तथा विभिन्न संगठनों का नेता हूँ मेरी ताकत को आप नही जानते मैं बहुत लाकतवर हूँ तथा आपको शीघ्र ही मेरी ताकत का अन्दाजा हो जायेगा, जब मैं आप सब को हटवा दूंगा। राजकीय सेवाओं में रहते हुए प्रतिबन्ध को दृष्टिगत रखते हुए इस घटना के दौरान उपस्थित अधिकारी/कर्मचारी भी श्री दीपक करगेती को कुछ कहने में असमर्थ रहे कार्यालय में कार्यरत समस्त महिला कार्मिक प्रकरण से भिज होने के उपरान्त प्रार्थिनी को हर सम्भव सहयोग प्रदान करने का आश्वासन देने हुए उचित कार्यवाही करते हेतु प्रेरित किया गया।

महोदय इस सम्बन्ध में यह भी अवगत कराना है कि प्रार्थिनी अपनी लगभग 10 वर्षीय पुत्री के साथ अकेले निवास करते हुए जीवन यापन कर रही है। प्रार्थिनी के साथ अन्य पारिवारिक वरिष्ठ सदस्य न होने के कारण पानी को राजकीय कार्यों के निर्वहन करने का साथ- साथ अपनी पुत्री की स्वयं ही देखभाल करनी होती है। श्री दीपक करगेती की धमकी के कारण प्रार्थिनी को यह भी डर है कि प्रार्थिनी एवं प्रार्थिनी की पुत्री की छवि एवं सुरक्षा को श्री दीपक करगेती किसी प्रकार की हानि न पहुंचा दें।

अतः आपके विनम्रतापूर्वक अनुरोध है कि श्री दीपक करगेती द्वारा राजकीय सेवाओं का निर्वहन किये जाने के दौरान किये गये अभद्रतापूर्ण व्यवहार व धमकी व अभद्रतापूर्ण व्यवहार से प्रार्थिनी को न्याय दिलाते हुए प्रार्थिनी को सुरक्षा प्रदान करने की कृपा कीजिएगा ताकि श्री दीपक करगेती द्वारा दी गयी धमकी साकार न हो सके तथा प्रार्थिनी स्वतन्त्र रूप से राजकीय सेवाओं का सुगमतापूर्वक निर्वहन कर सके। साथ ही प्रार्थिनी की सामाजिक प्रतिष्ठा को भी किसी प्रकार की हानि न हो।

संरक उरोक्तनानुसार प्रार्थिनी डॉ0 सुरभि पाण्डे) समन्वयक कार्यालय निदेशक बागवानी मिशन राजकीय उद्यान सर्किट हाउस देहरादून मो0न0 94115582572.8958906190 मंयक कुमार त्यागी कु० जाँच कर आवश्यक कार्यवाही करे sd अग्रेजी में प्रभारी निरीक्षक कैन्ट 31/08/22 नोट मैं कानि0 172 गिरीश कुमार प्रमाणित करता हूँ कि प्रार्थना पत्र की नकल शब्द व शब्द अंकित है। कोई भी शब्द घटाया व बढ़ाया नहीं गया है। कानि0 172 गिरीश कुमारथाना कोतवाली कैन्ट जनपद देहरादून | दिनांक 31/08/2022

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