प्रधानमंत्री कार्यालय ने विदेशी मुद्रा मामले में निर्दलीय विधायक उमेश कुमार के खिलाफ दिए जांच के आदेश
प्रधानमंत्री कार्यालय के गम्भीर रुख के बाद केंद्र ने उत्तराखण्ड के मुख्य सचिव, डायरेक्टर ईडी, CBDT (central board of direct taxation) CBIC (Central Board of Indirect Taxes and Customs) को आवश्यक कार्रवाई के लिए भेजा पत्र
2018 में उमेश कुमार के आवास/कार्यालय से मिली थी विदेशी मुद्रा
दल-बदल कानून के उल्लंघन के मसले पर निर्दलीय विधायक उमेश कुमार की सदस्यता पर स्पीकर ऋतु खंडूडी के बहुप्रतीक्षित फैसला आना अभी बाकी
अविकल उत्तराखण्ड
नई दिल्ली/देहरादून। विदेशी मुद्रा रखने के मामले में निर्दलीय विधायक उमेश कुमार की जांच होगी। प्रधानमंत्री कार्यालय ने पूर्व भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह के पत्र का संज्ञान लेते हुए विदेशी मुद्रा रखने के मामले में खानपुर विधायक उमेश कुमार के खिलाफ जांच के आदेश किये हैं। विदेशी मुद्रा रखने के मामले में जरूरी कार्रवाई व जांच के बाबत केंद्र सरकार ने ईडी समेत अन्य सम्बंधित विभागों को भी सूचित किया है।
इस ताजे पत्र के बाद शासन के अगले कदम पर निगाहें टिक गई गई है। पूर्व भाजपा विधायक चैंपियन ने इसकी सीधी शिकायत प्रधानमंत्री मोदी को लिखे पत्र में की थी।
गौरतलब है कि 2022 के विधानसभा चुनाव में दिए गए सम्पत्ति के विवरण में उमेश कुमार ने 50 करोड़ से अधिक की संपत्ति का उल्लेख किया था। उमेश कुमार से ज्यादा सिर्फ सतपाल महाराज की ही सम्पत्ति का उनके शपथ पत्र में जिक्र था।
इस बीच, विदेशी मुद्रा का जिन्न बाहर निकलते ही पूर्व भाजपा विधायक चैंपियन और निर्दलीय विधायक उमेश कुमार की जारी जंग ने नया रूप ले लिया है। गौरतलब है कि अक्टूबर 2018 में त्रिवेंद्र सरकार ने उमेश कुमार पर राजद्रोह व ब्लैकमेलिंग समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। इसी दौरान उमेश कुमार की गिरफ्तारी के दौरान उसके घर से 39.79 लाख भारतीय रुपये, 6279 अमेरिकन डॉलर और 11030 थाई करेंसी बरामद हुई थी।
प्रणव चैंपियन के दिसंबर 2022 को लिखे पत्र पर पीएमओ आफिस ने लगभग 4 महीने बाद गम्भीर कदम उठाते हुए सम्बंधित विभाग को जांच के आदेश किये। प्रधानमन्त्री कार्यालय के बाद हरकत में आये वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग में अनुसचिव जेवियर टोप्पो ने 29 मार्च को इस संबंध में उत्तराखंड के मुख्य सचिव को जरूरी कार्रवाई के लिए लिखा है।
पूर्व विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन ने इसकी शिकायत पीएमओ से की थी, जिस पर विधायक उमेश कुमार के खिलाफ उत्तराखंड के मुख्य सचिव के साथ ही केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड, इनकम टैक्स के कमिश्नर के साथ ही ईडी के डायरेक्ट को जांच के आदेश दिए हैं।
चैंपियन के 2 दिसंबर 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने विधायक उमेश कुमार पर कई गंभीर आरोप लगाने के साथ उससे जुड़े साक्ष्य भी संलग्न किये थे।
पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के कार्यकाल में उमेश कुमार की गिरफ्तारी के बाद पुलिस आवास और कार्यालय में की गई छापेमारी में कई संपत्तियों के कागजात के साथ ही 39.79 लाख भारतीय रुपये, 6279 अमेरिकन डॉलर और 11030 थाई करेंसी बरामद हुई थी।
देहरादून की तत्कालीन एसएसपी निवेदिता कुकरेती की ओर से इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट तत्कालीन अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था को भी भेजी गई थी। तत्कालीन प्रमुख सचिव आनंद बर्द्धन की ओर से इस मामले की इमकम टैक्स से जांच के लिए आयकर विभाग और ईडी को पत्र लिखा गया था।
ईडी की ओर से मनी लांड्रिंग के तहत जांच के लिए पुलिस से राजपुर थाने में दर्ज मुकदमें की कॉपी भी मांगी गई थी, जिसे एसएसपी देहरादून ने अप्रैल 2019 में ईडी को उपलब्ध करा दिया था।
चैंपियन का आरोप है कि उमेश शर्मा की आय से अधिक संपत्ति के साथ ही विदेशी मुद्रा रखने के मामले में कोई कार्रवाई अभी तक नहीं की गई। इस पर अब पीएमओ ने संज्ञान लेते हुए कार्रवाई के आदेश संबंधित विभागों को दिए हैं।
केंद्र से राज्य के मुख्य सचिव को 29 मार्च 2023 को लिखा गया पत्र
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि उमेश कुमार ने 2022 के विधानसभा चुनाव में खानपुर से निर्दलीय चुनाव लड़कर भाजपा प्रत्याशी व चैंपियन की पत्नी देवयानी को हरा दिया था।
इसके बाद से दोनों के बीच जमकर जुबानी जंग चल रही है। पूर्व भाजपा विधायक चैंपियन का कहना है कि खानपुर के निर्दलीय विधायक उमेश कुमार को भाजपा के कुछ बड़े नेताओं का वरद हस्त है।
बहरहाल, विदेशी मुद्रा रखने के मामले में जांच एजेंसी निर्दलीय विधायक उमेश कुमार पर कितना शिकंजंक्स पाती है,इस पर भी निगाहें टिकी हुई है। त्रिवेंद्र काल में जेल भुगत चुका उमेश कुमार को पूर्व सीएम निशंक ने तड़ीपार किया था। और इनाम भी घोषित किया था।
निर्दलीय विधायक उमेश कुमार की सदस्यता पर फैसला आना बाकी
2022 में निर्दलीय विधायक बनने के बाद उमेश कुमार ने सार्वजनिक तौर पर एक पार्टी जॉइन कर ली थी। यह खबर मीडिया की सुर्खियां भी बनी। नतीजतन, दल बदल कानून का उल्लंघन को आधार बनाते हुए रविन्द्र सिंह ने एक याचिका विधानसभा में दाखिल करते हुए सदस्यता रद्द करने की मांग की। इस याचिका पर विधानसभा कार्यालय ने oct/ nov 2022 को निर्दलीय विधायक को नोटिस भी जारी किया था। लेकिन लगभग साल भर बीतने को है। स्पीकर ऋतु खण्डूड़ी ने सदस्यता के मुद्दे पर कोई फैसला नहीं लिया।
02 दिसंबर 2022 में प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी को पूर्व भाजपा विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन ने निर्दलीय उमेश कुमार से जुड़े विदेशी मुद्रा के मामले में यह पत्र भेजा था
PMO office orders inquiry against Independent MLA Umesh Kumar in case of possession of foreign currency
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