अविकल उत्त्तराखण्ड
देहरादून।
दिल्ली-देहरादून शताब्दी ट्रेन में जब आग लगी तो वह अपनी मंजिल से कुछ ही किलोमीटर दूर थी। c 5 कम्पार्टमेंट में 35 यात्री सवार थे। आग इतनी तेजी से फैली कि लोगों को सामान निकालने का मौका ही नही मिल सका।
अलबत्ता इंजन के सहायक पायलट ने फुर्ती दिखाते हुए सबसे पहले जलता हुआ डिब्बा अलग किया। और एक बड़ी दुर्घटना टाली।
जलती ट्रेन देख कर आस पास मौजूद वन विभाग के रेंजर राजेंद्र प्रसाद नौटियाल, डिप्टी रेंजर गणेश बहुगुणा के अलावा मोहन सिंह, पृथ्वी सिंह व गुलाम अली ने यात्रियों को बाहर निकाला। यात्री बदहवास की हालत में थे।
सूचना मिलने पर रायवाला की पुलिस टीम व सप्त ऋषि से फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंच गई थी। लेकिन बिना बिजली आपूर्ति ठप किये आग बुझाने पर 25 हजार वोल्ट का करंट लगने का एक बड़ा खतरा भी सामने था। जीआरपी के एसपी गणेश कत्याल ने आठ डिब्बे देहरादून और पीछे के पांच डिब्बे रायवाला स्टेशन पहुंचाने के बाद बिजली सप्लाई बंद करवाई। लेकिन तब तक डिब्बा पूरी तरह जल चुका था।
ट्रेन में कुल 316 यात्री सफर कर रहे थे। पीछे के पांच डिब्बों में जो यात्री यात्रा कर रहे थे उन्हें आगे के डिब्बों में बैठा कर देहरादून के लिए रवाना।किया गया।
सीनियर डिविजनल कमर्शियल मैनेजर श्रीमती रेखा शर्मा ने बताया कि 5 घण्टे तक रेल यातायात बोगी में आग लगने के कारण बाधित था उसे 5 बजे फिर से बहाल कर दिया गया है। जला हुआ रेल का डिब्बा घटनास्थल से हटाकर रायवाला जंक्शन पर खड़ा कर दिया है।
आग की सूचना मिलते ही जल रहे डिब्बे को ट्रेन से अलग करने वाले सहायक पायलट ने तेजी से काम किया। और डिब्बे को ट्रेन से अलग किया। वन विभाग के कर्मी भी फंसे यात्रियों को निकालने में जुटे।
इस बीच, जले जीआरपी कर्मी जले सामान की सूची बना यात्रियों को जानकारी देंगे।बेटी की शादी के लिए 14 लाख का सोना ला रहा व्यक्ति जोर जोर से रो रहा था।Delhi-doon shtabdi train
जब धू धू जला ट्रेन का डिब्बा,pls clik
दिल्ली-दून शताब्दी में लगी आग,देखें वीडियो
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