उत्तर प्रदेश कैडर की आईएएस पत्नी सुनीता कांडपाल का कुछ साल पहले हो चुका है निधन
पूर्व आईएफएस व भाई बालादत्त कांडपाल रानीखेत से दिल्ली रवाना
अविकल उत्त्तराखण्ड
नई दिल्ली। पूर्व ब्लॉक प्रमुख व सामाजिक कार्यकर्ता श्रीप्रकाश कांडपाल का दिल्ली में निधन हो गया। लगभग 88 साल के कांडपाल दिल्ली एम्स में भर्ती थे।
श्रीप्रकाश कांडपाल कुमाऊं के स्याल्दे ब्लॉक के प्रमुख भी रहे। वे उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम चंद्रभान गुप्त के करीबियों में शुमार रहे। उन्हें रानीखेत से चुनाव लड़वाने व जिताने।में कांडपाल की अहम भूमिका रही।1977 में जनता पार्टी ने उन्हें लोकसभा चुनाव लड़ने का न्योता दिया था। लेकिन वे नही लड़े। अलबत्ता विधायक का जीता हुआ चुनाव कुछ गड़बड़ी की वजह से हार गए। पूर्व विधायक रंजीत रावत ने उनके निधन पर गहरा दुख जताते हुए कहा कि वे जिंदगी भर सामाजिक कार्यों से जुड़े रहे। उनका अंतिम संस्कार दिल्ली में किया जाएगा।
उनकी पत्नी आईएएस सुनीता कांडपाल उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सचिव समेत कई विभागों की प्रमुख रही। नोएडा ऑथरिटी की वे पहली चेयरपर्सन रही। उनके भाई पूर्व आईएफएस बालादत्त कांडपाल यह खबर सुनते ही रानीखेत से दिल्ली रवाना हो गए। श्रीप्रकाश कांडपाल की एक बेटी अमेरिका में रहती है। पत्नी सुनीता कांडपाल का भी कुछ साल पहले निधन हो गया था।
उनके निधन पर उत्त्तराखण्ड से लेकर दिल्ली तक फोन घनघनाये जाने लगे। उनके भाई रानीखेत से दिल्ली रवाना हो गए।
श्रीप्रकाश कांडपाल ने दिल्ली में रहते हुए कई लोगों को एम्स में भर्ती करवाने से लेकर अन्य दिक्कतों को सुलझाने में जुटे रहते थे। यही नही, कई जनप्रतिनिधि भी दिल्ली में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर उनकी ही सहायता लेते थे।उत्त्तराखण्ड से सैकड़ों लोगों के इलाज के लिए हमेशा तत्पर रहने वाले पूर्व ब्लॉक प्रमुख कांडपाल ने मंगलवार को एम्स दिल्ली में अंतिम सांस ली।
उनके बारे में कई लोग यह कहते सुने जा सकते है कि कांडपाल जरूरतमंदों के इलाज में स्वंय पैसा भी खर्च कर देते थे। यही नहीं,कई मरीजों व तीमारदारों को स्टेशन तक छोड़ने भी आते थे।
पूर्व विधायक रंजीत रावत ने बताया कि जब आईएएस सुनीता कांडपाल रानीखेत में एसडीएम थी। उस समय श्रीप्रकाश कांडपाल की एसडीएम सुनीता से मुलाकात हुई। बाद में दोनों ने शादी कर ली थी।
Total Hits/users- 30,52,000
TOTAL PAGEVIEWS- 79,15,245