आपदा में 52 मौतें,17 घायल, 5 लापता
46 घर क्षतिग्रस्त
सीएम पुष्कर सिंह धामी का तूफानी दौरा
सेना के तीन हेलीकॉप्टर भी आपदा राहत में जुटे
अविकल उत्त्तराखण्ड
गढ़वाल व कुमाऊं मंडलों में भारी बारिश ने 52 लोगों की जान ले ली। आपदा परिचालन केंद्र ने बुधवार की सांय रिपोर्ट जारी की। इधर, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कुमाऊँ के आपदा प्रभावित इलाकों का दौरा किया और आवश्यक निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को लगातार दूसरे दिन पीड़ितों के बीच पहुंचकर राहत और बचाव कार्य का जायजा लिया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं ग्राउण्ड जीरो पर उतर कर बचाव और राहत कार्य की मॉनीटरिंग कर रहे हैं।
बुधवार को जब हल्द्वानी से मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर टेक ऑफ नहीं कर पाया तो समय जाया किए बगैर वह सड़क मार्ग से ही प्रभावित इलाकों के लिए निकल पड़े। कई बार उन्होंने ट्रैक्टर में बैठकर भी निरीक्षण किया। और रुद्रपुर, काशीपुर, हल्द्वानी व आसपास के तमाम क्षेत्रों का उन्होंने सघन भ्रमण किया।
बीते 17 और 18 अक्टूबर को आई मूसलाधार बारिश ने उत्तराखण्ड के कई जिलों में तबाही मचा दी। प्रभावित इलाकों में युद्धस्तर पर बचाव और राहत कार्य चलाया जा रहा है। सेना के तीन हेलीकॉप्टर भी इस मिशन में जुटे हुए हैं।
बीते मंगलवार को उन्होंने गढ़वाल मण्डल के प्रभावित स्थानों में जाकर अपना दौरा शुरू किया जो अब कुमाऊं मण्डल में जारी रहा।
बुधवार की सुबह हल्द्वानी में उन्होंने ’जनता दरबार’ लगाया और स्थानीय लोगों की समस्याएं सुनीं। अधिकारियों को सख्त हिदायत दी गई है कि आपदा प्रभावित लोगों की हर संभव मदद की जाए। उनकी समस्या का समाधान किया जाए और आवश्यक जरूरतें पूरी की जाएं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खटीमा के बाढग्रस्त प्रतापपुर व नौसर में ट्रेक्टर द्वारा पहुंचकर बाढ़ पीड़ित लोगों का हाल चाल जाना व किसानों से वार्ता की। उन्होने किसानो से कहा कि सरकार द्वारा हर सम्भव सहयोग किया जायेगा। इसके बाद मुख्यमंत्री बण्डियां सत्रह मील होते हुये खटीमा में मेलाघाट रोड स्थित रेलवे कांसिग के पास दुकानदारों से मिलकर उनका हाल चाल जाना।
उन्होंने मेलाघाट रोड स्थित पकड़िया में अपना घरबार व फसल गंवा चुके लोगों से मिलकर उन्हें ढाढस बंधाया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि आपदा से हुए नुकसान का अतिशीघ्र आंकलन पर प्रभावितों को उचित मुआवजा दिया जाए। जो लोग बेघर हो गए हैं उनके आवास और भोजन की व्यवस्था की जाए। जिलाधिकारियों को बचाव व राहत अभियान की कमान अपने हाथ में लेने और हर घण्टे इसकी प्रगति से अपडेट रहने को कहा गया है।
खटीमा के बाद मुख्यमंत्री ने चंपावत एवं तल्ला रामगढ़ के आपदाग्रस्त क्षेत्रों का हवाई व स्थलीय निरीक्षण तथा भिकियासैंण का हवाई निरीक्षण करने के पश्चात् अतिवृष्टि से क्षेत्र में हुई हानि का ब्यौरा लिया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ राज्य के आपदा प्रबंधन मंत्री डा. धन सिंह रावत, केन्द्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और शासन-प्रशासन के उच्च अधिकारी मौजूद रहे।
उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2021
•मौसम सामान्य होते ही चारधाम यात्रा शुरू हुई।
तीर्थयात्रियों/ दर्शनार्थियों की संख्या
दिनांक 20 अक्टूबर
शायंकाल 4 बजे तक
(1) श्री बदरीनाथ धाम -nil
सड़क मार्ग बाधित है।
(2) श्री केदारनाथ धाम – 4475
( हेलीकाप्टर सेवा फिलहाल बाधित)
(3) श्री गंगोत्री धाम- 1433
(4) श्री यमुनोत्री धाम- 2444
कुल दर्शनार्थियों की संख्या – 8352
18 सितंबर से 20 अक्टूबर तक
चारधाम पहुंचे संपूर्ण तीर्थ यात्रियों की संख्या 1930496
( एक लाख तिरानबे हजार चार सौ छियानब्बे )
• दिनांक 1-17 अक्टूबर को हैलीकाप्टर से केदारनाथ पहुंचे तीर्थ यात्री – 13647
• श्री हेमकुंड साहिब जी के कपाट शीतकाल हेतु 10 अक्टूबर को बंद हो गये हैं।
•आवश्यक सूचना
• चारों धामों में से श्री केदारनाथ धाम, श्री गंगोत्री, श्री यमुनोत्री में यात्रा शुरू हो चुकी है।
• श्री बदरीनाथ में तीर्थयात्रा अभी शुरू नहीं हो सकी है। यात्रियों को पीपलकोटी, जोशीमठ आदि पड़ावों पर रोका गया है।
•श्री बदरीनाथ राजमार्ग मार्ग पीपलकोटी- जोशीमठ से बदरीनाथ सड़क मार्ग पर जगह-जगह मलवा आने के कारण सड़क मार्ग अवरूद्ध है !
चारधाम यात्रा हेतुअब http:// smartcitydehradun.uk.gov.in में तीर्थयात्री सीधे पंजीकरण करवा सकते हैं।
देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट पर ई पास बनाने की आवश्यकता नहीं है।
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मृतक परिजनों को 4 लाख मिलेंगे, पीड़ितों से मिले सीएम व आपदा मंत्री
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