आपदा डायरी- कहीं रोटियां तो कहीं गालियां..बेबस ब्लैकी तो कहीं पिल्लों की मां…

अविकल उत्त्तराखण्ड

तपोवन, जोशीमठ। सात फरवरी को उत्त्तराखण्ड के चमोली जिले के तपोवन इलाके में आई आपदा के बाद पल पल सीन बदल रहा है। एक सप्ताह बाद भी टनल में फंसे लोगों तक रेस्क्यू टीम नहीं पहुंच पाई। NTPC के अधिकारियों समेत अन्य जिम्मेदार  लोग दूसरी जगह खुदाई कर रहे है। लगभग 35 से 50 लोगों के फंसे होने की सूचना है।

इस बीच, ऋषिगंगा में बनी झील ने डराया लेकिन पानी की निकासी के बाद से लोगों की दहशत कुछ कम हुई। कई वीवीआईपी आपदाग्रस्त इलाके में पहुंच अपनी भूमिका के साथ ‘न्याय” कर रहे हैं।

वीडियो मोहित डिमरी की fb वाल से

आपदा के इस पहले खौफनाक सात दिन में तस्वीर ने दूसरा रूप भी लिया है।  परिजनों की तलाश में टनल के आस पास बैठे परिजन मायूस व उत्तेजित हैं। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य के सामने रोये भी। नारेबाजी भी लगातार जारी है। सुरक्षा बलों से तीखी नोक झोंक भी जारी है। धर-पकड़ भी हो रही है। टनल में फंसे लोगों का सात दिन बाद भी पता नही चलने पर आक्रोश स्वाभाविक है। सिस्टम लगातार सवालों के घेरे में है। टनल खुदाई में हुई लापरवाही की खबर देश दुनिया तक पहुंच गई।

इन सात दिन में टनल के इलसके तपोवन में स्थानीय ग्रामीण महिलाओं ने खुले में ही रसोई बना दी है। 2013 कि आपदा में भी हजारों फंसे तीर्थयात्रियों को भी चमोली जिले की इन जाबांज महिलाओं ने ही कई दिन तक भोजन पानी की व्यवस्था की थी। सिख भाइयों का भी लंगर चल रहा है। मीडिया के साथी भी डटे हैं सुबह से लेकर रात तक।

युवक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भी आपदाग्रस्त इलाके में लंगर शुरू कर दिया है। इनका आरोप है कि प्रशासन ने जब व्यवस्था नहीं की तो उन्होंने खाने की व्यवस्था की है। हालांकि, प्रशासन ने इनको अपना लंगर समेटने को कहा है। लेकिन इन लोगों का कहना है कि अगर प्रशासन स्वंय भोजन पानी की व्यवस्था कर दे तो वे अपना लंगर उठा लेंगे।
अजय शर्मा की fb वाल से

इस बार भी ये महिलाएं सड़क किनारे खुले में लकड़ी की आग में खाना बना लोगों को खिला रही है। उनका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल है। दूसरी ओर, टनल के इर्द गिर्द परेशान परिजनों की नारेबाजी से सुरक्षा बल मुस्तैद नजर आए। दो युवकों को जबरन वाहन में बैठा लिया जाता है। साथ ही एक सुरक्षा अधिकारी साफ चेतावनी देता नजर आता है कि कोई भी बवाल करने वाला दिखना नही चाहिए।

इसके बच्चे बह गए । कुछ नहीं खा रही।

शनिवार सुबह के आपदा बुलेटिन के मुताबिक अभी भी 166 लोग लापता व 38 शव बरामद हुए हैं। विपक्षी दलों ने आपदा बचाव कार्य को लेकर सिस्टम पर प्रहार करने शुरू कर दिए हैं।

एक कुत्ता ब्लैकी और कुतिया की तस्वीर भी वॉयरल हो रही है। ब्लैकी का मालिक टनल के अंदर फंसा है। अपने मालिक के इंतजार में ब्लैकी लगातार टनल के आस पास ही घूम रहा है। भगाने पर भी नहीं भागता। कुतिया के बच्चे आपदा में बह गए।वह भी लगातार नदी की ओर देख रही। खाना देने पर कुछ नहीं खाती बसस नदी की ओर देखती रहती है…

Pls clik आपदा की सम्पूर्ण खबर

जोशीमठ- तपोवन में ग्लेशियर टूटा,ऋषिगंगा प्रोजेक्ट तबाह,देखें वीडियो

Total Hits/users- 30,52,000

TOTAL PAGEVIEWS- 79,15,245

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *