सुस्वागतम- कक्षा 1 में 24001 नौनिहालों ने स्कूल में रखा पहला कदम
प्राथमिक स्कूल से माध्यमिक स्तर तक कुल 89300 स्टूडेंट्स ने कराया नामांकन
प्राथमिक विद्यालयों के 21 हजार से अधिक अध्यापकों को टेबलेट के लिए 21 करोड़ 76 लाख जारी
अविकल उत्तराखण्ड
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को नेताजी सुभाष चन्द्र बोस आवासीय विद्यालय बनियावाला में ‘‘प्रवेशोत्सव’’ कार्यक्रम में नौनिहालों का स्वागत किया।
शैक्षणिक वर्ष 2023-24 के लिए शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेशभर में आज से प्रवेशोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन एक माह तक चलेगा। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस आवासीय विद्यालय बनियावाला में बालिकाओं का प्रवेशोत्सव विद्यारम्भ संस्कार के साथ शुरू किया गया गया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर नेताजी सुभाष चन्द्र बोस आवासीय विद्यालय बनियावाला के उच्चीकृत भवन का शिलान्यास भी किया।
उन्होंने विद्यालय से 8वीं पास करने वाली बालिकाओं को मैट्रिकुलेशन सेरेमनी से अलंकृत भी किया। इस अवसर पर प्राथमिक विद्यालयों के 21 हजार से अधिक अध्यापकों को टेबलेट के लिए उनके स्कूलों में डीबीटी के माध्यम से 21 करोड़ 76 लाख रूपये की धनराशि हस्तांतरित की गई। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम स्थल पर कुछ अध्यापकों को टेबलेट भी प्रदान किये। इनका उपयोग शिक्षा शिक्षण अधिगम के लिए करेंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर घोषणा की कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस आवासीय छात्रावास बनियावाला में उपलब्ध भूमि की चाहरदीवारी एवं उपलब्ध भूमि के अनुरूप खेल का मैदान बनाया जायेगा। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस आवासीय छात्रावासों एवं कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका छात्रावासों में मानदेय पर कार्यरत अल्पकालिक शिक्षकों तथा अन्य कार्मिकों के मानदेय में तर्कसंगत वृद्धि की जायेगी।
राजकीय विद्यालयों में पीएम पोषण योजना के अन्तर्गत मानदेय पर रखे गये भोजनमाता एवं अनुसेवकों के लिए कल्याणकोष की स्थापना की जायेगी। इस कल्याण कोष का उपयोग संबंधित भोजनमाता एवं अनुसेवकों के द्वारा एक निश्चित योगदान अवधि पूर्ण करने के बाद विद्यालय से मुक्त होने पर उन्हें एकमुश्त तर्कसंगत धनराशि दिये जाने के लिए किया जायेगा। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस आवासीय छात्रावास बनियावाला के लिए डाइनिंग हॉल एवं 02 अतिरिक्त कक्षों का निर्माण किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने स्कूलों में प्रवेशोत्सव करने पर सभी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज से नया शैक्षणिक सत्र प्रारंभ हो रहा है, वहीं दूसरी और विद्यार्थियों के लिए करीब साढ़े तीन करोड़ से उच्चीकृत एक नए नेताजी सुभाष चन्द्र बोस छात्रावास का भी शिलान्यास किया जा रहा है। इस समय राज्य में टनकपुर, चम्पावत, श्रीनगर, पौड़ी गढ़वाल, उधमसिंह नगर, पीठसेन में कुल 11 ऐसे आवासीय छात्रावास स्वीकृत हुए हैं, जिनके माध्यम से हमारे विद्यार्थियों को शिक्षा प्राप्त करने में मदद मिल रही है, इसके अलावा इस वित्तीय वर्ष में 2 नये आवासीय छात्रावास टनकपुर एवं श्रीनगर में स्वीकृत किये गये हैं साथ ही 3 छात्रावास गदरपुर, पीठसेन एवं बनियावाला को भी उच्चीकृत किया गया है।
इन छात्रावास के माध्यम से बालकों तथा बालिकाओं दोनों को निःशुल्क भोजन, आवास, गणवेश, शिक्षण सामग्री आदि उपलब्ध कराई जा रही है। राजकीय प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों को डिजिटल सुदृढ़ीकरण के उद्देश्य से टीचर रिर्सोस पैकेज के तहत टैबलेट क्रय के लिए दस हजार रूपये की धनराशि प्रदान की गई है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि समय के साथ शिक्षा में इनोवेशन बहुत जरूरी है। ज्ञान और शिक्षा सिर्फ किताबी नहीं हो सकते हैं। शिक्षा का मकसद व्यक्ति के हर आयाम का सन्तुलित विकास करना है। सन्तुलित विकास इनोवेशन के बिना सम्भव नहीं है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा हमें उच्च विचार, उच्च आचार, उच्च संस्कार और उच्च व्यवहार के साथ ही समाज की समस्याओं का उच्च समाधान भी उपलब्ध कराती है। बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने बेटी पढ़ाओ, बेटी बढाओ का जो नारा दिया है उस नारे को हमें सार्थक करके दिखाना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे नौनिहाल इस देश का भी भविष्य हैं, बच्चे ही वो मजबूत नींव है, जिस पर नए भारत की तकदीर और नए भारत का भविष्य टिका हुआ है।
राज्य सरकार विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। शिक्षा के द्वारा ही कोई समाज समृद्धशाली और शक्तिशाली बन सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नई शिक्षा नीति से स्कूली शिक्षा और उच्च शिक्षा को नए आयाम प्राप्त होंगे, इससे सभी वर्ग के लोगों को समानता के आधार पर शिक्षा प्राप्त करने के अवसर भी मिलेंगे।
नई शिक्षा नीति के माध्यम से रोजगार परक शिक्षा मिलेगी, साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अलग से तैयारी नहीं करनी पड़ेगी। इससे शोध एवं अनुसंधान को बढ़ावा मिलेगा तथा देश को विकसित राष्ट्र बनाने में नई शिक्षा नीति कारगर साबित होगी। उत्तराखंड देश का प्रथम राज्य है जिसने स्कूली शिक्षा में नई शिक्षा नीति को लागू किया है।
शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि राज्य में प्रवेशोत्सव कार्यक्रम एक माह तक चलेगा। स्कूलों में प्रवेशोत्सव कार्यक्रमों में जनप्रतिनिधिगण भी भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ड्रॉप आउट बच्चों की संख्या को शून्य प्रतिशत करने के लिए सरकार द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं।
राज्य में जल्द ही विद्या समीक्षा केन्द्र का शुभारंभ किया जायेगा। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों के अलावा अशासकीय विद्यालयों के बच्चों को भी मुफ्त में किताबें देने का निर्णय सरकार ने लिया है, जल्द ही सभी को किताबें मिल जायेंगी। अब प्रत्येक स्कूलों में बुक बैंक बना रहे हैं।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में जितने भी अल्पसंख्यक स्कूल हैं, उन सभी स्कूलों को सर्वे किया जा रहा है, जिन मानकों के हिसाब से स्कूलों को अल्पसंख्यक का दर्जा मिला है, उनका कितना पालन हो रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग में स्थानान्तरण की पॉलिसी को मजबूत बनाया जा रहा है।
राज्य में माह में बच्चों को स्कूलों में एक दिन बस्ता फ्री दिवस करने जा रहे हैं, उस दिन व्यायाम, योगा एवं अन्य गतिविधियां कराई जायेंगी। जल्द ही शिक्षा के पांचों बोर्ड की बैठक की जायेगी, इस बैठक में बच्चों के बस्ते के वजन को कम करने के लिए निर्णय लिया जायेगा।
इस अवसर पर विधायक सहदेव सिंह पुण्डीर, दलीप सिंह रावत, मोहन सिंह मेहरा, सचिव शिक्षा रविनाथ रमन, महानिदेशक शिक्षा बंशीधर तिवारी एवं शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
राजकीय तथा सहायता प्राप्त अशासकीय विद्यालय बच्चों के शत प्रतिशत नामांकन हेतु विद्यालयी शिक्षा विभाग द्वारा आज प्रदेश के समस्त विद्यालयों में प्रवेशोत्सव मनाया गया। निदेशक अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण, सीमा जौनसारी ने बताया कि इस अवसर पर विद्यालयों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों, विद्यालय प्रबन्धन समिति के सदस्यों सहित नव प्रवेशित बच्चों के अभिभावकों द्वारा भी प्रतिभाग किया गया।
इस अवसर पर कक्षा 1, कक्षा 6 व कक्षा 9 में नवप्रवेशित बच्चों का स्वागत किया गया व उन्हें शिक्षण सामग्री भी वितरित की गयी। कक्षा 1 से कक्षा 8 तक के बच्चों के लिये मध्याहन भोजन योजना के अन्तर्गत विशेष भोज भी दिया गया। विद्यालयो में प्रतिभा दिवस के अवसर पर तैयार विभिन्न शैक्षिक सामग्रियों का प्रदर्शन, बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन एवं जनप्रतिनिधियों तथा शैक्षिक अधिकारियों द्वारा सरकार द्वारा संचालित विभिन्न शैक्षिक योजनाओं से अभिभावकों को परिचित कराया गया।
उन्होंने बताया कि प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी प्रवेशोत्सव में प्रदेश स्तर से प्रत्येक विकासखण्ड के लिये नोडल अधिकारी नामित किये गये थे। नोडल अधिकारियों द्वारा अपने विकासखण्डों में प्रवेशोत्सव कार्यक्रम का अनुश्रवण किया गया।
अरविन्द पाण्डे पूर्व शिक्षा मंत्री एवं माननीय विधायक गदरपुर ने रा० उ०मा०वि० जगदीशपुर ऊधमसिंहनगर में व अपर सचिव, विद्यालयी शिक्षा मेजर योगेन्द्र यादव ने रा०इका० नालापानी देहरादून, निदेशक, माध्यमिक शिक्षा श्रीमती सीमा जौनसारी ने रा०क०पू०मा०वि० आराघर, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस छात्रावस आराघर रा०प्रा०वि० आराघर तथा श्रीमती बन्दना गर्व्याल, निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा ने रा०प्रा०वि० / रा० उ०प्रा०वि० बमराड़ी, रा०इ०का० कौलाड़, गरुड़ में प्रतिभाग किया। श्री रमकृष्ण उनियाल, अपर निदेशक, महानिदेशालय ने र०इ०का० यमकेश्वर पौड़ी, श्री महावीर सिंह बिष्ट, अपर निदेशक, माध्यमिक शिक्षा ने रा० उ०मा०वि ताशीपुर व रा0इ0का0 रुड़की, निदेशक संस्कृत शिक्षा श्री एस०पी० खाली ने र०इ0का0 चम्पावत व प्राथमिक विद्यालय चम्पावत तथा श्री अजय कुमार नौडियाल, अपर निदेशक कुमांऊ मण्डल ने रा०प्रा०वि० गदरपुर व रा० उ०मा०वि० जगदीशपुर ऊधमसिंहनगर में प्रतिभाग किया। प्रवेशोत्सव के दिन विभिन्न जनपदों में अद्यतन प्राप्त सूचनाओं के अनुसार नवप्रवेशित छात्रों की संख्या निम्नवत् है-
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