उत्तराखण्ड के दो छात्र ‘परीक्षा पर चर्चा’ कार्यक्रम में पीएम मोदी से कहेंगे अपने मन की
प्रदेश के 5500 से अधिक विद्यालयों में आयोजित होगा कार्यक्रम– शिक्षा मंत्री
95 ब्लॉक व 8 नगर निगमों के स्कूलों में आयोजित की जाएगी पेंटिंग प्रतियोगिता
अविकल उत्तराखण्ड
देहरादून। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ‘परीक्षा पर चर्चा’ कार्यक्रम में 10 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं से संवाद करेंगे। दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में 27 जनवरी को आहूत कार्यक्रम का लाइव प्रसारण होगा। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री से संवाद के लिए उत्तराखण्ड से 02 बच्चों का नामांकन हुआ है। कक्षा नौ से 12वीं कक्षा तक के सभी विद्यार्थी, शिक्षक एवं विद्यार्थियों के अभिभावक इस कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे। इसके लिए सभी विद्यालयों में आवश्यक व्यवस्थाएं की जा रही हैं।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश के शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने बताया कि ‘परीक्षा पर चर्चा’ कार्यक्रम में सरकारी, सहायता प्राप्त व निजी विद्यालयों के छात्र भी जुड़ेंगे।
राज्य के लगभग 5500 शासकीय, अशासकीय एवं निजी विद्यालयों में यह कार्यक्रम संचालित होगा। जिसमें 10 लाख से अधिक विद्यार्थियों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है।
शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि ‘परीक्षा पर चर्चा’ कार्यक्रम में राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री भी जुड़ेंगे। मंत्रीगण, सांसदगण, विधायकगण, राज्य के पद्म पुरस्कार प्राप्तकर्ता, शिक्षा, कला एवं संस्कृति से जुड़े महानुभाव एवं नगर निगमों, नगर पालिकाओं एवं नगर पंचायतों के जनप्रतिनिधि भी राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से इस कार्यक्रम में जुड़ेंगे।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य में ‘परीक्षा पर चर्चा’ कार्यक्रम के व्यापक प्रचार-प्रसार के दृष्टिगत 18 से 23 जनवरी तक परीक्षा में चर्चा के थीम से सम्बन्धित कला / पेंटिंग प्रतियोगिता राज्य के 95 विकासखण्ड एवं 8 नगर निगमों में स्थित विद्यालयों में आयोजित की जायेगी। इस प्रतियोगिता में शीर्ष 10 स्थान प्राप्त करने वालों को पुरस्कार दिये जायेंगे। 25 प्रतिभागियों को पारितोषिक एवं सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किये जायेंगे।
इस कार्यक्रम में छात्रों के लिए जो थीम रखी गई है उनमें अपने स्वतंत्रता सैनानियों को जाने। हमारी संस्कृति ही शान है। मेरी किताब मेरी प्रेरणा। भविष्य की पीढ़ियों के लिए पर्यावरण सुरक्षा। मेरा जीवन मेरा स्वास्थ्य। मेरा स्टार्टअप सपना। सीमाओं के बिना शिक्षा। विद्यालयों में सीखने के लिए खिलौने और खेल है।
शिक्षकों के लिए जो थीम रखी गई है उनमें हमारी विरासत। सीखने के लिए समर्थ वातावरण। कौशल के लिए शिक्षा। पाठ्यक्रम का कम भार और परीक्षा के लिए कोई भय नहीं। भविष्य में शिक्षा की चुनौतियाँ शामिल हैं। अभिभावकों के लिए थीम मेरा बच्चा मेरा शिक्षक । प्रौढ शिक्षा : सभी को साक्षर बनायें। सीखना और एक साथ बढ़ना है। इस वर्ष इस कार्यक्रम में 81315 शिक्षक, छात्र एवं अभिभावकों की थीम प्राप्त हुई हैं।
इस अवसर पर सचिव शिक्षा रविनाथ रमन एवं शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी उपस्थित थे।
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