पत्रकार,गायक व गीतकार डॉ अजय ढोंडियाल का मौजूदा राजनीतिक हालात पर गढ़वाली गीत का वीडियो वॉयरल
अविकल उत्तराखंड
देहरादून। भर्ती घोटाले, आंदोलन व राजनीतिक घमासान के बीच मौजूदा राजनीति की तस्वीर बयां करते हुए एक और कुमाउँनी गीत का वीडियो सामने आया है। यूँ तो उत्तराखंड की राजनीति व सामाजिक समस्याओं को केंद्र में रखकर कई गायकों व गीतकारों ने अपने अपने स्वर दिए है। इस नए वीडियो में भर्ती घोटाले में पकड़े गए अभियुक्तों के अलावा पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट कर्णप्रयाग रेल लाइन , सड़क, पुल निर्माण, राजनीतिक अस्थिरता, आदि विकास कार्यों को भी चित्रित किया गया है।
लेकिन इस बार उत्तराखंड की राजनीति , साजिश व विकास पर फोकस 2 मिनट 40 सेकंड का एक अलग तरह का गीत सामने आया है। इस गीत को लिखा और गाया है डॉ अजय ढोंडियाल ने। कुमाउँनी गीत के बोल हैं, चल चल चल रे धामी बढ़ने चल। यानी धामी बढ़ते रहो।
यूं तो राजनीतिक व्यवस्था और सत्ता को लेकर वक्त वक्त पर उत्तराखंड के प्रसिद्घ लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी समेत कुछ अन्य गायकों ने भी गीत गाये ।
देखें वीडियो
पूर्व में लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी ने नारायण दत्त तिवारी के मुख्यमंत्रित्व काल में नौ छमी नरैणा गीत से खूब तहलका मचाया। इसके बाद उन्होंने रमेश पोखरियाल निशंक के वक्त गीत गाया जिसके बोल थे, अब कतगा खैलु, रिश्वत कु रैलु। इसके बाद भी गीत और जागर सत्ता के खिलाफ गाये जाते रहे हैं। वर्तमान में लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी ने लोकतंत्र को खतरे में बताकर सरकार के खिलाफ एक गाना गाया है। यह भी वॉयरल हो रहा है।
गायक डॉ अजय ढोंडियाल ने अपने गीत में लिखा है कि किस तरह उत्तराखंड को बार बार राजनीतिक तौर पर अस्थिर करने की कोशिश कुछ सत्ता पक्ष और विपक्ष के ही नेता करते रहते हैं। आखिर इस राजनीतिक अस्थिरता से जन जन का ही नुकसान होता है। उन्होंने अपने गीत में तंत्र के भ्रष्टाचार पर भी वार किया है और संदेश दिया है कि जब सरकार सख्त जांच और कार्रवाई कर रही हो तो उसके रिजल्ट का इंतज़ार किया जाना चाहिए।
बहरहाल उनका ये गीत सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इससे पूर्व भी डॉ अजय के गढ़वाली व कुमाउँनी गीत के वीडियो जारी हो चुके हैं।
Total Hits/users- 30,52,000
TOTAL PAGEVIEWS- 79,15,245