अंदरूनी कलह के बावजूद सहकारिता भर्ती घोटाला, महंगाई व MRI मशीन घोटाले पर कांग्रेस ने भरी हुंकार
अविकल थपलियाल
देहरादून। विधानसभा चुनाव में करारी हार का झटका खायी कांग्रेस जबरदस्त अंदरूनी कलह के बावजूद उठने की कोशिश में जुटी है। टुकड़ों टुकड़ों में ही सही लेकिन ज्वलंत मुद्दों पर सड़क पर दिख रही है। कांग्रेस में इस समय दो फ़िल्म समानांतर चल रही है। पहली फिल्म में हरीश रावत व प्रीतम सिंह गुट की तलवारें चमक रही हैं। और दूसरी फिल्म में कांग्रेस जनमुद्दों व घोटालों को लेकर भाजपा सरकार को घेरने में जुटी है।
पहले महंगाई फिर सहकारिता घोटाले को लेकर कांग्रेस के जारी विरोध प्रदर्शन के बाद नये प्रदेश अध्यक्ष करण मेहरा ने भी बुधवार को एमआरआई मशीन खरीद घोटाले को लेकर भाजपा सरकार पर कड़ा हमला बोला। अपनी पहली प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस अध्यक्ष करण मेहरा के तीखे तेवर पार्टी के अंदर उत्साह पैदा करने की मजबूत कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है।
बुधवार को ही महिला कांग्रेस की नेत्रियों ने सहकारिता मंत्री डॉ धन सिंह रावत के आवास पर जोरदार प्रदर्शन किया। हालांकि, प्रदर्शनकारी महिलाओं की संख्या उंगलियों में गिनने लायक थी लेकिन जोश उबाल मार रहा था। विभागीय मंत्री के इस्तीफे की मांग कर सरकार पर दबाव बढ़ा दिया।
इस प्रदर्शन से कुछ दिन पहले पूर्व सीएम हरीश रावत, गणेश गोदियाल ने सहकारिता भर्ती घोटाले को लेकर सचिवालय के सामने धरना दे विपक्षी धर्म का निर्वाह किया।
इधर, कांग्रेस की ताजातरीन टीम को लेकर पूर्व सीएम हरीश रावत, प्रीतम सिंह, विधायक मदन बिष्ट व हरीश धामी खुलकर नाराजगी जता रहे हैं। पार्टी छोड़ने की धमकी भी सुर्खियां बन रही है। प्रभारी देवेंद्र यादव की कार्यप्रणाली भी निशाने पर है। हार के बाद टूटी कांग्रेस में एक और ‘टूट’ को लेकर सत्ता के गलियारे सरगर्म हैं। हरदा व प्रीतम पहली बार जिम्मेदारियों से ‘ मुक्त’ किये गए। हरीश रावत तो अब दिल्ली प्रवास की बात भी करने लगे है। जबकि धारचूला से कांग्रेस विधायक हरीश धामी के भाजपा में जाने की भी चर्चा आम है।
इधर, नये नेता विपक्ष यशपाल आर्य व प्रदेश अध्यक्ष अपने नाराज नेताओं के घर जाकर गर्म माहौल को शांत करने में जुटे हुए हैं। लेकिन हरदा व प्रीतम की तल्खी कम होने का नाम ही नहीं ले रही। कांग्रेस की यह आग आसानी से बुझने वाली भी नहीं दिख रही ।
बहरहाल, कांग्रेस में जारी जंग के साथ भाजपा सरकार के खिलाफ जारी धरना प्रदर्शन से सहकारिता व स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत को भर्ती घोटाले के दोषियों को सजा दिलाने के अलावा MRI खरीद घपले के आरोपों का भी जवाब भी देना होगा। कई घोटाले देख चुकी उत्त्तराखण्ड की जनता इन नये घोटालों की सच्चाई भी तुरंत जानना चाहती है..पिक्चर अभी बाकी है चैतू…
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