हाईकोर्ट ने कांग्रेस विधायक भुवन कापड़ी की सीबीआई जांच की मांग पर ही सवाल उठा दिए। हरिद्वार के पूर्व सांसद हरपाल साथी ने कांग्रेस को झटक भाजपा में की घर वापसी
अविकल उत्तराखंड
देहरादून/नैनीताल। राजनीति के मैदान में कांग्रेस को दो मोर्चों पर शिकस्त झेलनी पड़ी। सोमवार को नैनीताल हाईकोर्ट ने ukssssc paper लीक मामले में कांग्रेस विधानमंडल दल के उपनेता भुवन कापड़ी की दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए सीबीआई जांच को हरी झंडी नहीं दी। बल्कि विद्वान न्यायमूर्ति संजय कुमार मिश्रा ने ही याचिकाकर्ता से पूछ लिया कि आप सीबीआई जांच क्यों चाहते हैं। अब इस मुद्दे पर 12 सितम्बर को सुनवाई होगी।
दूसरी ओर, पंचायत चुनाव से ठीक पहले हरिद्वार के पूर्व सांसद हरपाल साथी ने सैकड़ों लोगों के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में घर वापसी की। राजनीति की बिसात पर ये दोनों मामले कांग्रेस को बड़ा झटका दे गई। कांग्रेस के पूर्व सांसद का भाजपा में शामिल होना पूर्व सीएम हरीश रावत के लिए भी एक चैलेंज छोड़ गया।
राजनीति के लिहाज से यह दोनों मामले सोमवार को हुए। दरअसल, खटीमा में सीएम धामी को हर चुके भुवन कापड़ी कांग्रेस विधानमंडल दल के उपनेता भी हैं। और भर्ती घोटाले में नैनीताल हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटा कर भुवन कापड़ी ने यह कहा कि uksssc भर्ती घोटाले में सिर्फ छोटे लोगों की गिरफ्तारी हुई है जबकि इसमें बड़े नेता व अधिकारी भी शामिल हैं। इसलिए जांच STF से हटाकर सीबीआई के सुपुर्द की जाय। लेकिन कोर्ट ने फिलहाल सीबीआई जांच की बात नहीं मानी और कांग्रेस भर्ती घोटाले पर एक मनोवैज्ञानिक बढ़त बनाने से चूक गयी।
सोमवार को प्रदेश भाजपा मुख्यालय में घर वापसी करते हुए पूर्व सांसद हरपाल साथी ने कहा कि भाजपा हमारा परिवार है। मैं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल से ही उनके साथ जुड़ा रहा हूं। यह बात अलग है कि कई कारणों से मैं अपने परिवार से अलग हो गया था लेकिन मुझे अपनी गलती का एहसास हैं और गलती को सही करने के लिए मैं पुनः भाजपा में वापसी कर रहा हूं।
उन्होंने कहा कि भाजपा ही एक ऐसा दल है जो हमेशा राष्ट्र को समर्पित रहता है और हर वर्ग, हर पंथ, हर समाज के लिए लगातार कार्य करता है। हरपाल साथी ने कहा कि उनसे जो पहले गलतियां हुई है उन्हें दूर करते हुए अब मैं अपने संगठन के लिए ही समर्पित रहूंगा। उन्होंने कहा कि भाजपा के अलावा अन्य दल लोगों का उपयोग करते हैं और उन्हें छोड़ देते हैं। केवल भाजपा ही एक संगठन है जो अपने कार्यकर्ताओं एवं जनहितों के लिए सदैव प्रयासरत रहती है ।
पूर्व सांसद हरपाल साथी के पंचायत चुनाव की बेला पर कांग्रेस को झटका देने के पीछे सीएम पुष्कर सिंह धामी, पूर्व सीएम निशंक ब प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट की रणनीति को अहम माना जा रहा है। इसके अलावा पूर्व सीएम व हरिद्वार के पूर्व सांसद हरीश रावत के लिए हरपाल साथी का साथ छोड़ना पंचायत चुनाव व 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए भी गंभीर चैलेंज छोड़ गया।
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