उत्त्तराखण्ड में किसानों के समर्थन में विपक्ष के साथ उतरे जन संगठन

अंबानी के उत्पादों के बहिष्कार के संकल्प के साथ जिओ फोन व सिम कार्ड तोड़े गए व पुतला दहन किया गया

27 दिसंबर को हल्द्वानी के बुद्धपार्क में किसानों का महाधरना आयोजित किया जाएगा

अविकल उत्त्तराखण्ड

देहरादून/नैनीताल/लालकुंआ/रामनगर
एक ओर उत्त्तराखण्ड में भाजपा सरकार के मंत्री व नेता कृषि बिल की बारीकियां व विपक्ष की भूमिका समझाने के लिए धुआंधार संवाददाता सम्मेलन कर रहे है वहीं दूसरी ओर विपक्ष व अन्य संगठन मोदी सरकार के अलावा अम्बानी व अडानी को निशाने पर ले रहा है।

Agriculture bill 2020
लालकुआं में तोड़े गए जिओ फोन व सिम

सोमवार को मोदी सरकार के कृषि बिल के विरोध में 19 दिन से चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन की तपिश पूरे प्रदेश में महसूस की गई। गढ़वाल व कुमायूँ के कई इलाकों में विपक्षी दलों के अलावा जन संगठनों ने धरना-प्रदर्शन कर किसानों के प्रति अपना समर्थन जताया। सोमवार को कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, वामपंथी व सामाजिक संगठन किसानों के हक में सड़क पर उतरे।

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लालकुंआ में भाकपा माले का प्रदर्शन

भाकपा माले ने लालकुंआ में अंबानी के उत्पादों का बहिष्कार कर व जिओ फोन – सिम कार्ड तोड़ते हुए पुतला  दहन किया गया।

देहरादून-यूनाइटेड सिख फेडरतिओंके धरने में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय पहुंचे

देहरादून के गांधी पार्क में सिख यूनाइटेड फोरम के तले  आहूत धरने में कृषि बिल को किसान विरोधी करार दिया गया। धरने में फोरम के कार्यकर्ता व नन्हें बच्चों ने भी हिस्सा लिया। इस धरने में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, गरिमा दसौनी समेत कई कार्यकर्ता किसानों के समर्थन में जुटे।

पर्यटक नगरी नैनीताल में जाड़ों की खिली धूप के बीच नैनीताल पीपुल्स फ्रंट ने कृषि बिल का विरोध किया। इस धरने में विमर्श संस्था व अन्य संगठनों के कार्यकर्ता भी जुटे। धरना प्रदर्शन कर रही महिलाओं को कृषि बिल के मुख्य बिंदुओं के बारे में बताया गया।

रामनगर में कृषि बिल का विरोध

रामनगर में भी किसान संघर्ष समिति ने कृषि कानून के विरोध में जनसभा का आयोजन किया । इसके अलावा लालकुंआ के कार रोड चौराहे पर किसान संगठनों के राष्ट्रीय आह्वान पर भाकपा (माले) द्वारा मोदी सरकार के अंबानी-अडानी राज के खिलाफ प्रदर्शन कर अंबानी के उत्पादों का बहिष्कार व जिओ फोन व सिम कार्ड तोड़ने व दहन कार्यक्रम  किया गया।

इस अवसर पर संबोधित करते हुए माले राज्य सचिव राजा बहुगुणा ने कहा कि किसान आंदोलन का अंबानी-अडानी के उत्पादों के बहिष्कार का फैसला सही समय पर लिया गया है। हम किसानों के इस आह्वान का समर्थन करते हैं।”

उन्होंने कहा कि, “खेत-खेती और किसानी को बचाने के लिए किसानों का आंदोलन अब रुकने वाला नहीं है। इसलिए मोदी सरकार को तीनों कृषि कानूनों को वापस लेना ही होगा। किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कृषि उत्पाद को खरीदने के लिए मंडी व्यवस्था लागू करना होगा व किसानों से धोखाधड़ी बंंद करना होगा। सरकारी स्तर पर फसल खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य पर करना होगा।”

इस अवसर पर तय किया गया कि किसानों के सवाल पर मोदी सरकार के हठ और कंपनी राज के खिलाफ 27 दिसंबर को बुद्धपार्क हल्द्वानी में किसानों का महाधरना आयोजित किया जायेगा।

प्रदर्शन व अंबानी के उत्पादों के बहिष्कार व दहन कार्यक्रम में राजा बहुगुणा, इन्द्रेश मैखुरी, बहादुर सिंह जंगी, श्रीकांत, डॉ कैलाश पाण्डेय, ललित मटियाली, विमला रौथाण, अंकित, पुष्कर दुबड़िया, किशन बघरी, राजेन्द्र शाह, नैन सिंह कोरंगा, धीरज कुमार, स्वरूप सिंह दानू, आनंद दानू, हरीश टम्टा, रघुवीर प्रसाद टम्टा,त्रिलोक सिंह दानू, प्रोनोबेस करमाकर,खीम सिंह, वीरेन्द्र मेहरा आदि शामिल रहे।

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