अविकल उत्त्तराखण्ड
राष्ट्रीय रंगशाला शिविर, नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस परेड के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से आये कलाकारों ने राष्ट्रीय मीडिया को अपने प्रदेश की झांकी व सांस्कृतिक कार्यक्रमों की झलक दिखायी।
उत्तराखण्ड के कलाकारों ने पांरपरिक वेशभूषा में आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया । इसके अलावा गणतंत्र दिवस परेड में शामिल 17 राज्यों के कलाकारों ने भी अपने-अपने प्रदेश की झांकी के साथ पांरपरिक वेशभूषा में सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए।
गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजपथ पर उत्तराखण्ड की ओर से प्रदर्शित की जाने वाली झांकी का विषय ‘केदारखण्ड’ रखा गया है। झांकी के अग्रभाग में उत्तराखण्ड का राज्य पशु ‘कस्तूरी मृग‘ दर्शाया गया है जो कि उत्तराखण्ड के वनाच्छादित हिम शिखरों में 3600 से 4400 मीटर की ऊंचाई पर पाया जाता है। इसी प्रकार से उत्तराखण्ड का राज्य पक्षी ‘मोनाल’ एवं राज्य पुष्प ‘ब्रह्मकमल’ दिखाया गया है जो केदारखण्ड के साथ-साथ उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पाया जाता है।
झांकी के मध्य भाग में भगवान शिव के वाहन नंदी को दर्शाया गया है तथा साथ में केदारनाथ धाम में यात्रियों को यात्रा करते हुए तथा श्रद्वालु को भक्ति में लीन दर्शाया गया है। झांकी के पृष्ठ भाग में बारह ज्योर्तिलिंगों में से एक बाबा केदार का भव्य मंदिर दर्शाया गया है जिसका जीर्णोद्धार आदिगुरू शंकराचार्य ने कराया था तथा मंदिर परिसर में श्रद्वालुओं को दर्शाया गया है साथ ही मंदिर को ठीक पीछे विशालकाय दिव्य शिला को दर्शाया गया है। इसी दिव्य शिला की वजह से वर्ष 2013 की आपदा में केदारनाथ मंदिर सुरक्षित रहा था।
उत्तराखंड की झांकी में सूचना विभाग के उपनिदेशक एवं नोडल अधिकारी के.एस.चौहान के नेतृत्व में उत्तराखंड राज्य से 12 कलाकार गणतंत्र दिवस परेड में उत्तराखंड झांकी में भाग ले रहे हैं।
चौहान ने बताया कि राजपथ पर इस बार उत्तराखण्ड की झांकी केदारखंड सबके लिये आकर्षण का केन्द्र रहेगी।
Total Hits/users- 30,52,000
TOTAL PAGEVIEWS- 79,15,245