नृत्य-गीतों की गूंज के बीच युवाओं ने किया शहीदों को नमन
देहरादून। उत्तराखंड राज्य स्थापना की रजत जयंती कार्यक्रमों की श्रृंखला के तहत राजकीय महाविद्यालय, नरेंद्रनगर की सांस्कृतिक समिति की ओर से महाविद्यालय के सभागार में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर उत्तराखंड की लोक संस्कृति को प्रतिबिंबित करने वाले सामूहिक नृत्य, एकल नृत्य और गायन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. प्रणीता नन्द ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया। इस दौरान छात्र-छात्राओं ने उत्तराखंड आंदोलन में अपना बलिदान देने वाले अमर शहीदों को याद करते हुए सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं।

प्राचार्य प्रो. नन्द ने प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि उत्तराखंड राज्य अब एक नए युग में प्रवेश कर रहा है, जिसमें युवाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होगी। उन्होंने कहा कि हमें शहीदों के सपनों को साकार करते हुए एक समृद्ध और सशक्त उत्तराखंड का निर्माण करना है।
कार्यक्रम में सांस्कृतिक समिति के सदस्य डॉ. विक्रम सिंह, डॉ. जितेंद्र नौटियाल, विशाल त्यागी और अजय पुंडीर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। निर्णायक मंडल में डॉ. सृजना सचदेव, डॉ. नताशा और डॉ. सोनी तिलारा शामिल रहे।
सामूहिक नृत्य प्रतियोगिता में प्रीति (बी.ए. तृतीय सेमेस्टर), प्रियंका (बी.सी.ए. तृतीय सेमेस्टर), संजना (बी.ए. पंचम सेमेस्टर), भावना, शालू, वंशिका और मीनाक्षी के समूह ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि रोहित और ऋषिता के समूह ने द्वितीय स्थान हासिल किया।

एकल नृत्य में भावना, सोनिका और संजना क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय रहीं। गायन प्रतियोगिता में बी.एससी. गृह विज्ञान की छात्रा शालू वंशिका ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. जितेंद्र नौटियाल ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. आराधना ने प्रस्तुत किया। इस अवसर पर डॉ. उमेश चंद्र मैठाणी, डॉ. राजपाल रावत, डॉ. सुशील कड़ियाल, डॉ. विजय, डॉ. ज्योति, डॉ. सोनी, डॉ. मनोज, डॉ. संजय कुमार, रचना कठैत, रंजना जोशी सहित अन्य स्टाफ सदस्य और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगीत वंदे मातरम के सामूहिक गायन के साथ हुआ।

