प्रचंड स्वास्थ्य आंदोलन के बाद सरकार ने ली करवट

सीएम ने स्वास्थ्य सचिव को कहा, व्यवस्था सुधारें

सीएचसी चौखुटिया को एसडीएच में उच्चीकृत करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में

एक माह में जारी होगा शासनादेश

अविकल उत्तराखण्ड

अल्मोड़ा। लचर स्वास्थ्य सुविधाओं के मुद्दे पर घिरी सरकार में बुधवार को हलचल दिखाई दी। कुमाऊं के चौखुटिया में स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर जारी प्रचंड ऑपरेशन स्वास्थ्य आंदोलन से चिंतित सीएम ने ठोस कदम उठाने को कहा है।

मुख्यमंत्री ने सचिव स्वास्थ्य आर राजेश कुमार को निर्देश दिए हैं कि चौखुटिया में जनभावनाओं के अनुरूप आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं और समुचित कार्रवाई समयबद्ध ढंग से की जाए।

वर्तमान में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) चौखुटिया में 30 बेड का अस्पताल संचालित है, जहां प्रतिदिन 150 से 200 मरीजों की ओपीडी होती है। चिकित्सालय में सात डॉक्टर कार्यरत हैं, जिनमें तीन महिला और चार पुरुष चिकित्सक शामिल हैं। साथ ही सप्ताह में तीन दिन विशेषज्ञ चिकित्सकों का दल  फिजिशितन, स्त्री रोग विशेषज्ञ और बाल रोग विशेषज्ञ , अल्मोड़ा और रानीखेत से आकर सेवाएं प्रदान कर रहा है।

अस्पताल में एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, डेंटल चेयर और 108 एंबुलेंस जैसी सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हैं। सरकार के सहयोग से चंदन डायग्नोस्टिक प्रतिदिन लगभग 70 से 80 निःशुल्क डायग्नोस्टिक जांचें कर रहा है।

मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार, 30 बेड वाले सीएचसी चौखुटिया को 50 बेड वाले उपजिला चिकित्सालय (एसडीएच) में उच्चीकृत करने का प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है। शासन स्तर पर प्रस्ताव का परीक्षण जारी है और एक माह के भीतर शासनादेश जारी किए जाने की संभावना है।

सरकार ने स्पष्ट किया है कि वह जनता की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए चौखुटिया क्षेत्र में उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

गौरतलब है कि चौखुटिया के जबर्दस्त जन आंदोलन में महिलाओं की भारी भागीदारी ने पूरे प्रदेश का ध्यान अपनी ओर खींचा है।

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आंदोलन- चौखुटिया में स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर जनता सड़कों पर

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