6 सितम्बर को सदन में पेश होगा अनुपूरक बजट व विधेयक
सीएम धामी व नेता विपक्ष आर्य के आवास पर विधानसभा सत्र की रणनीति तय
कामन सिविल कोड का ड्राफ्ट नहीं मिलने पर सदन में खामोश रहेगा मुद्दा
कई ज्वलन्त मुद्दों पर सरकार को घेरेगी कांग्रेस
अविकल उत्तराखण्ड
देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा सत्र के पहले दिन 5 सितम्बर को पूर्व मंत्री चंदन रामदास व बद्री केदार के पूर्व विधायक कुंवर सिंह नेगी को श्रद्धांजलि दी जाएगी। कामन सिविल कोड सदन में गहमागहमी होने की उम्मीद नहीं है। एक्सपर्ट कमेटी ने अभी तक सरकार को यूसीसी का ड्राफ्ट नहीं सौंपा है।
दूसरी ओर,कांग्रेस व भाजपा विधानमंडल दल की बैठक में विधानसभा सत्र को लेकर रणनीति तय की गयी। नेता विपक्ष यशपाल आर्य व सीएम धामी के आवास पर विधानमंडल दल की बैठक में रणनीति तय की गई।

भाजपा सरकार में मंत्री रहे चन्दन रामदास का 26 अप्रैल 2023को गंभीर बीमारी से निधन हो गया था। वे धामी कैबिनेट में परिवहन मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
पूर्व मंत्री चंदन रामदास के निधन के बाद रिक्त बागेश्वर विधानसभा सीट पर 5 सितम्बर को मतदान हो रहा है। और 5 सितम्बर को ही सदन श्रद्धांजलि देगा।
इसके अलावा, बीते 1 जून 2023 को यूपी विधानसभा में बद्री केदार विधानसभा से चुनाव जीते कुंवर सिंह नेगी का निधन हो गया था। पूर्व सीएम बहुगुणा के बेहद करीबी रहे कुंवर सिंह नेगी की छवि बेहद मिलनसार व मृदुभाषी व्यक्ति की रही है।स्वर्गीय कुंवर सिंह नेगी को सत्र के पहले दिन श्रद्धांजलि दी जाएगी।

से चर्चा हुई।
यशपाल आर्य ने बताया कि विधानसभा में कांग्रेस, बेरोजगारी, कानून व्यवस्था और अतिक्रमण के नाम पर पहाड़ में वर्षों से व्यवसाय कर रही लोगों के दुकानों को तोड़ने सहित कई मुद्दों को उठाएगी। .इसके लिए अलग-अलग विधायकों की ड्यूटी लगाई गई है। इसके अलावा तमाम विधायक अपने-अपने क्षेत्र के विभिन्न मुद्दों को शून्यकाल और प्रश्न काल में उठाएंगे। बैठक में कांग्रेस नेताओं ने कहा कि बीजेपी सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है। ये सरकार ना बेरोजगारी पर काबू कर पा रही है, ना महंगाई और अपराध पर। आम जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। बैठक में पार्टी के सभी एमएलए मौजूद थे।
इसके बाद सदन की कार्यवाही 6 सितम्बर सुबह 11बजे आहूत होगी। स्पीकर ऋतु खंडूडी ने बताया कि 6 सितम्बर को सदन में अनुपूरक बजट व विधेयक पेश किए जाएंगे। 7सितम्बर को जन्माषटमी की छुट्टी रहेगी। और 8 सितम्बर को अनुपरक बजत्व विधेयकों पर सदन में चर्चा होगी।



