वफादारी की मिसाल ‘रॉकी’ को पुलिस परिवार ने नम आँखों से दी अंतिम सलामी
अविकल उत्तराखण्ड
चमोली। जिले की पुलिस का सबसे भरोसेमंद एक्सप्लोसिव डिटेक्शन डॉग ‘रॉकी’ आज 11 वर्ष की आयु में कर्तव्य निभाते हुए चिरनिद्रा में लीन हो गया। मल्टी ऑर्गन फेलियर और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से जूझते हुए रॉकी ने आज अंतिम सांस ली। उसके निधन से पूरे पुलिस विभाग में शोक की लहर है।
रॉकी वर्ष 2016 में चमोली पुलिस के परिवार का हिस्सा बना था। पिछले कुछ दिनों से वह गंभीर रूप से अस्वस्थ था। उसे गौचर और देहरादून के पशु चिकित्सालयों में उपचार दिया गया। हालत बिगड़ने पर उसे विशेषज्ञ देखभाल हेतु लुधियाना ले जाया गया, जहाँ निरंतर प्रयासों के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका।
देहरादून पुलिस लाइन में आज आयोजित अंतिम यात्रा में सहायक पुलिस अधीक्षक देहरादून कुश मिश्रा (IPS) सहित अन्य अधिकारियों ने रॉकी को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम सलामी दी।

एसपी चमोली सुरजीत सिंह पँवार ने कहा, “रॉकी ने 2016 से चमोली पुलिस के लिए अतुलनीय सेवा दी है। वीवीआईपी ड्यूटियाँ, बद्रीनाथ धाम की सुरक्षा, महाकुंभ, अर्द्धकुंभ, कांवड़ यात्रा और विधानसभा सत्र जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ उसने हमेशा निष्ठा से निभाईं। उसका असमय निधन पुलिस परिवार के लिए अपूर्णीय क्षति है।”
चमोली पुलिस का यह वीर वफादार साथी भले ही आज हमारे बीच नहीं है, लेकिन उसकी सेवा और समर्पण हमेशा याद रखे जाएंगे।

