..तो क्या सीएम के ताजा दिल्ली दौरे में दायित्व वितरण, संगठन व कैबिनेट में बदलाव पर छायी धुंध छंटेगी
सीएम धामी 3 अप्रैल को पीएम मोदी समेत अन्य मंत्रियों से मिलेंगे
अविकल उत्तराखण्ड
देहरादून। नये वित्तीय वर्ष में उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी रविवार की दोपहर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए दिल्ली पहुंच चुके हैं। मुलाकात 3 अप्रैल को होगी। दिल्ली प्रवास के दौरान सीएम कुछ अन्य मंत्री व पार्टी नेताओं से भी मिलेंगे।
सीएम की इस मुलाकात को लेकर पार्टी के अंदर विशेष हलचल देखी जा रही है। पीएम से मुलाकात के दौरान उत्तराखण्ड से जुड़े डेवलपमेंट प्रोजेक्ट पर चर्चा होगी। बद्री केदार पुनर्निर्माण, मानसखंड कॉरिडोर व जोशीमठ आपदा से जुड़े पुनर्वास पैकेज पर भी दिल्ली में चर्चा होगी। प्रदेश को आकर्षक पैकेज मिलने की संभावना भी जताई जा रही है।
इसके अलावा सीएम धामी पीएम मोदी को चारधाम यात्रा का भो निमंत्रण देंगे। अप्रैल माह में मोदी के बाबा केदार के दर्शन की संभावना है। संभवतः पीएम मोदी अप्रैल माह में बाबा केदार धाम से कर्नाटक के मतदाताओं को संदेश दे जाएं।
अपने इस दिल्ली दौरे में सीएम धामी केंद्रीय रेल मंत्री अश्वनी वार्ष्णेय एवं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से भी प्रदेश की योजनाओं पर बात करेंगे। सीएम के साथ प्रदेश सरकार के बड़े अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।
क्या दायित्व वितरण, संगठन व कैबिनेट में बदलाव पर लगेगी दिल्ली की मुहर!
विकास योजनाओं व विभागीय कार्यों के अलावा सीएम धामी के ताजा दिल्ली दौरे को लेकर दायित्व बंटवारे व कैबिनेट में बदलाव की खबरों ने भी राजनीतिक गलियारे में नये सिरे से जोर पकड़ लिया है।
सूत्रों के मुताबिक दायित्वों की सूची लगभग फाइनल है। और पार्टी हाईकमान की हरी झंडी के बाद दायित्व बांट दिए जाएंगे। गौरतलब है कि पार्टी अध्यक्ष महेंद्र भट्ट भी दो दिन से दिल्ली में डेरा डाले हुए है।
सूत्रों के मुताबिक धामी मंत्रिमंडल में तीन सीट खाली है। कुछ नए मंत्री बनाये जाने हैं। और कुछ विवादित व चर्चित हो चुके मन्त्रियों की विदाई भी होनी है। विधानसभा भर्ती घोटाले पर बैठी जांच कमेटी की रिपोर्ट के लगभग 250 कर्मी बर्खास्त कर दिए गए। इनमें लगभग 70 कर्मियों को पूर्व विधानसभाध्यक्ष व मौजूदा कैबिनेट मंत्री प्रेमचन्द के कालखंड में नौकरी मिली थी।
चर्चित विधानसभा बैकडोर भर्ती मामले में कुछ संघ के नेताओं के नाम व उनके कैंडिडेट की सूची भी खूब उछली थी। पार्टी की किरकिरी होने के बाद संघ की उस टीम की विदाई कर नयी टीम ने कामकाज सम्भाल लिया है।
लिहाजा, अब कैबिनेट फेरबदल पर भी कुछ ठोस फैसला लेने की संभावना भी आकार लेने लगी है। इसके अलावा भाजपा संगठन में अहम जिम्मेदारी संभाल रहे नेताओं के विकल्प की सुगबुगाहट तेज हो गयी है। 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर उच्च स्तर पर जारी मंथन के क्रम में उत्तराखण्ड भाजपा के बाबत जरूरी फैसले लिए जाने हैं।
गौरतलब है कि प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट 31 मार्च को पीएम मोदी से भेंट कर चुके है। इसके अलावा केंद्रीय संगठन से जुड़े नेताओं से भी उनकी बातचीत हुई है। भट्ट अभी भी दिल्ली में ही है।सूत्रों का कहना है कि भट्ट को दिल्ली में रोका गया है।
हालांकि, इस बीच कर्नाटक चुनाव की घोषणा के बाद भाजपा हाईकमान वहां के चुनाव में बिजी हो जाएगा। लिहाजा, अगर दायित्व वितरण , कैबिनेट व संगठन में होने वाले किसी भी छोटे-बड़े बदलाव पर दिल्ली की मुहर लगी तो अगले हफ्ते तक काफी कुछ धुंध छंट जाएगी।
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