अब तक सहसपुर व विकासनगर में 31 मदरसे किए गए सील
. प्रदेश में अवैध रूप से चल रहे 52 मदरसे सील
अविकल उत्तराखण्ड
देहरादून/ विकासनगर। जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने सहसपुर थाना क्षेत्र में अवैध रूप से संचालित 12 मदरसों को सील किया है। अब तक सहसपुर व विकासनगर क्षेत्र में ऐसे 31मदरसे सील किए जा चुके हैं।
जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार केदारावाला और हसनपुर कल्याणपुर में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कार्रवाई का हल्का विरोध किया, लेकिन भारी पुलिस बल की मौजूदगी में कार्रवाई जारी रही।
सहसपुर थाना क्षेत्र में रिकॉर्ड 22 अवैध मदरसों को सील किया गया है। मंगलवार को एसडीएम विनोद कुमार और सीओ बीएल शाह के नेतृत्व में संयुक्त टीम ने सहसपुर थाना क्षेत्र के केदारावाला ग्रामपंचायत से अभियान शुरू किया। टीम ने यहां बालिका मदरसा समेत तीन अवैध मदरसों को सील किया।
यहां मुस्लिम समुदाय के लोगों ने शासन की कार्रवाई पर सवाल उठाए। विरोध बढ़ता देख पुलिस ने भीड़ को मौके से हटाया। वहीं, हसनपुर कल्याणपुर में भी टीम को विरोध का सामना करना पड़ा।
. फिर होगा सर्वे
सर्वे टीम ने विकासनगर तहसील क्षेत्र में 29 अवैध मदरसों को चिह्नित किया था। कार्रवाई के दौरान दो और मदरसों के अवैध होने की बात सामने आई थी। संयुक्त टीम ने 31 अवैध मदरसों को सील कर दिया। फिलहाल टीम की कार्रवाई पूरी हो गई है, टीम फिर से सर्वे करेगी।
अवैध मदरसों पर धर्मरक्षक धामी का बड़ा एक्शन, मात्र 15 दिनों में 52 सील
उत्तराखण्ड में धर्म की आड़ में चल रहा था जमीन कब्जे का खेल
उत्तराखंड में धर्म की आड़ में अवैध मदरसे चलाने वालों के खिलाफ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सख्त रुख अपना लिया है। 15 दिनों के भीतर ही 52 से अधिक अवैध रूप से संचालित मदरसों को सील किया जा चुका है। सोमवार को सीएम धामी के निर्देश पर देहरादून के विकासनगर में 12 और खटीमा में 9 अवैध मदरसों को सील कर दिया गया। इससे पहले विभिन्न जिलों में 31 मदरसों पर कार्रवाई हो चुकी है।
लंबे समय से उत्तराखंड के पछवादून और अन्य इलाकों में अवैध मदरसों का जाल फैलाया जा रहा था। यहां धर्म की आड़ में जनसंख्या असंतुलन की कोशिशें भी सामने आई थीं। लेकिन अब धर्मरक्षक सीएम धामी ने साफ संदेश दे दिया है कि प्रदेश के मूल स्वरूप से किसी भी कीमत पर खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जो भी कानून तोड़ेगा या अवैध गतिविधियों में शामिल होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
इस बड़ी कार्रवाई से साफ है कि उत्तराखंड में आने वाले समय में भी अवैध मदरसों और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाइयां देखने को मिलेंगी।

