विधायक व कमिश्नर ने आपदा ग्रस्त इलाके का किया दौरा
आपदा पीड़ितों ने डीएम को सुनाई अपनी पीड़ा
अविकल उत्तराखण्ड
देहरादून। जिलाधिकारी ने भूमि कटाव, फसल व भवन क्षति, पशु हानि आकलन एवं मुआवजा वितरण के लिए तहसीलदार, ब्लॉक प्रभारी, एडीओ कृषि व उद्यान, जेई लोनिवि सहित अन्य अधिकारियों को मौके पर ही तैनात रहने के निर्देश दिए।
डीएम ने लोनिवि के अधिकारियों को भवन क्षति की टेक्निकल रिपोर्ट तत्काल प्रस्तुत करने को कहा। दैवीय आपदा से क्षतिग्रस्त पैदल रास्ते खोलने के लिए पीएमजीएसवाई को मौके पर ही बजट स्वीकृत कर आज से कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी सविन बंसल शुक्रवार को पूरे प्रशासनिक अमले के साथ दुर्गम रास्तों और पगडंडियों से होते हुए 12 किलोमीटर पैदल चलकर आपदा प्रभावित सुदूरवर्ती गांव फुलेत और छमरौली पहुंचे और प्रभावितों की आपबीती सुनी।

उन्होंने कहा कि दुःख की इस घड़ी में पूरा प्रशासन हर पल प्रभावितों के साथ खड़ा है। आपदा प्रभावितों को हर संभव मदद एवं राहत पहुंचाने के साथ उनकी समस्याओं का प्राथमिकता पर निराकरण किया जाएगा। आजादी के बाद पहली बार किसी डीएम को अपने बीच पाकर ग्रामीण भावुक दिखे और प्रशासन का आभार जताया।
डीएम ने पीएमजीएसवाई और लोनिवि को क्षतिग्रस्त मोटर मार्ग पर जेसीबी व मशीनरी लगाकर जल्द से जल्द मार्ग खोलने के निर्देश दिए। क्षेत्रवासियों ने बताया कि फुलेत में 4, सिमयारी में 1 और छमरौली में 2 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं।
ब्लॉक के जेई को दो दिनों में सभी क्षतिग्रस्त रास्तों का आकलन उपलब्ध कराने के आदेश दिए गए। राशन की समस्या पर उन्होंने आश्वस्त किया कि दोनों गांवों तक हैली या खच्चर के माध्यम से एक-दो दिन में आपूर्ति कर दी जाएगी।
निरीक्षण के दौरान प्राथमिक विद्यालय छमरौली और राइका भगद्वारा खाल की समस्याओं पर डीएम ने डीईओ व बीईओ को तत्काल निरीक्षण कर आवश्यक रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। वहीं, क्षतिग्रस्त सिंचाई नहर, गूल और पेयजल लाइनों को दुरुस्त कराने हेतु विभागों को त्वरित कार्रवाई करने को कहा।
क्षेत्रवासियों ने बताया कि पाल्या सेरा तोक में चार परिवारों के घरों में दरारें पड़ी हैं। नगदी फसलों को भारी नुकसान हुआ है और सड़क क्षतिग्रस्त होने से अदरक, हल्दी, मिर्च, मटर आदि फसलें मंडी तक नहीं पहुंच पा रहीं।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, संयुक्त मजिस्ट्रेट हर्षिता, जिला विकास अधिकारी सुनील कुमार, ईई विद्युत राकेश कुमार सहित लोनिवि, पीएमजीएसवाई और ब्लॉक स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।
विधायक व कमिश्नर ने आपदा ग्रस्त इलाके का किया दौरा

गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पाण्डेय ने शुक्रवार को आपदा प्रभावित मालदेवता – केसरवाला क्षेत्र का जायजा लिया। यहां गत दिनों नदी में आई बाढ़ से सड़क का एक हिस्सा बह गया था, जिस कारण मालदेवता क्षेत्र का रायपुर से सीधे सम्पर्क टूट गया था। लेकिन युद्धस्तर पर चले पुनर्निमाण कार्य के बाद, शुक्रवार सुबह यहां अस्थायी सड़क का निर्माण पूरा किए जाने के बाद यातायात भी खोल दिया गया है।
गढ़वाल कमिश्नर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि, अस्थायी सड़क को सुविधाजनक बनाया जाए, साथ ही बरसात बाद तेजी से स्थायी सड़क का निर्माण किया जाए। उन्होंने सड़क को बाढ़ से बचाने के भी उपाय करने के निर्देश दिए।
इस मौके पर मौजूद क्षेत्रीय विधायक उमेश शर्मा काऊ ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर सभी विभागों ने दिन रात काम कर दो दिन में ही अस्थायी सड़क का निर्माण कर दिया है, इससे रायपुर के दूरस्थ गांवों के साथ ही टिहरी जिले के सकलाना क्षेत्र के लोगों को भी राहत मिलेगी।
उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री का विशेष तौर पर आभार व्यक्त किया है। क्षेत्रीय विधायक ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि अभी बरसात के दिनों में रात के समय सड़क के इस हिस्से पर आवाजाही से बचें, जल्द ही स्थायी सड़क बनने के बाद यातायात पूर्व की तरह बहाल कर दिया जाएगा।
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दुर्गम रास्तों से पैदल फुलेत पहुँचे डीएम सविन

