मशाल जुलूस निकालकर अधिवक्ताओं ने एसडीएम का पुतला फूंका
गांधी जयंती व दशहरे पर 18वें दिन में प्रवेश कर गया धरना
अविक्ल उत्तराखण्ड
कोटद्वार। कोटद्वार बार एसोसिएशन का एसडीएम की कार्यशैली के विरोध में आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। गांधी जयंती व दशहरा पर्व होने के बावजूद वकील तहसील में जमे हुए हैं।
बुधवार की देर शाम अधिवक्ताओं ने मशाल जुलूस निकालकर एसडीएम के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और पुतला भी फूंका।
बीते 18 दिन से वकीलों की मांगों का अभी तक संज्ञान नहीं लिया गया है।
कोटद्वार बार एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री,हाईकोर्ट बार एसोसिएशन, मुख्यमंत्री समेत कई मंचों पर पत्र के जरिये अपनी बात पहुंचाई है।
15 सितंबर से जारी आंदोलन में जल्द ही उत्तराखण्ड बार काउंसिल भी शिरकत करेगी।
देखें वीडियो
इस बीच, स्पीकर ऋतु खण्डूड़ी के एसडीएम को सम्मानित करने से भी वकील आग बबूला है।
बुधवार को बार एसोसिएशन से जुड़े अधिवक्ता पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत तहसील में एकत्र हुए।
अध्यक्ष नागेंद्र जोशी की अगुवाई में अधिवक्ताओं ने पहले तहसील में धरना दिया। शाम करीब 7 बजे सभी अधिवक्ताओं ने तहसील परिसर से झंडाचौक तक मशाल जुलूस निकाला। झंडाचौक पहुंचकर अधिवक्ताओं ने एसडीएम का पुतला आग के हवाले कर दिया।
देखें वीडियो

इस मौके पर अधिवक्ताओं ने एसडीएम का अन्यत्र स्थानांतरण करने और उनके कार्यकाल की सभी पत्रावलियों की जांच कराने की मांग की।
अध्यक्ष नागेंद्र जोशी ने कहा कि सरकारी कार्यों के एवज में जनता को परेशान किया जा रहा है।
धरनास्थल पर टंगे बैनर में हर काम के रेट भी चर्चा का विषय बने हुए हैं।

इस अवसर पर वरिष्ठ अधिवक्ता अरविंद वर्मा ने शासन प्रशासन के चेतावनी दी के अगर जल्द ही एसडीएम का तबादला नहीं किया गया तो देहरादून अधिवक्ता संघ के सहयोग से वहां भी धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया जाएगा।

कोटद्वार के वकीलों को पौड़ी, श्रीनगर बार संघ का भी समर्थन मिला है।
मशाल जुलूस प्रदर्शन में उपाध्यक्ष राजीव पटवाल, कोषाध्यक्ष सुधाकर बडोला, जीतेंद्र चौहान, सुनील घिल्डियाल, बिजेंद्र राणा, अरविंद वर्मा, अनिल खंतवाल और सुनील खत्री सहित कई अधिवक्ता मौजूद रहे।


(आरोपों के मद्देनजर एसडीएम कोटद्वार का पक्ष प्रकाशित किया जाएगा। अबिकल उत्तराखण्ड आरोपों की पुष्टि नहीं करता)

