महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकें, दोषियों पर हो सख्त कार्रवाई-ज्योति
अविकल उत्तराखण्ड
देहरादून। उत्तराखंड में महिलाओं और बच्चियों के खिलाफ बढ़ते जघन्य अपराधों को लेकर महिला कांग्रेस ने राज्यपाल से हस्तक्षेप की मांग की।
महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला के नेतृत्व में राज्यपाल से मिलकर महिला अपराध पर कदम उठाने की मांग की।
सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया कि पिछले तीन वर्षों में महिलाओं के खिलाफ हिंसा, बलात्कार और हत्या की घटनाओं में चिंताजनक वृद्धि हुई है, जिससे देवभूमि की अस्मिता आहत हुई है।
ज्ञापन में दिए गए आंकड़ों के मुताबिक, पिछले तीन वर्षों में प्रदेश में महिलाओं के साथ दुष्कर्म की 1822 घटनाएं दर्ज हुईं, जबकि 318 अज्ञात महिलाओं के शव मिले जिनमें से केवल 87 की पहचान हो पाई। इसी अवधि में 10,500 महिलाएं लापता हुईं, जिनमें से 767 का अब तक कोई पता नहीं चल पाया है। प्रदेश में महिला अपराधों से जुड़े 1,03,947 मुकदमे दर्ज हुए।
ज्योति रौतेला ने आरोप लगाया कि अंकिता भंडारी हत्याकांड के बाद भी प्रदेश में सामूहिक दुष्कर्म और हत्याओं की घटनाएं नहीं रुकीं और कई मामलों में सत्ताधारी दल के लोगों की संलिप्तता उजागर हुई है, जिससे पुलिस और प्रशासन की निष्पक्षता पर सवाल उठे हैं।
ज्ञापन में पिछले वर्षों में हुई कई घटनाओं का भी उल्लेख किया गया, जिनमें सितम्बर 2022 में अंकिता भंडारी की हत्या, जून 2024 में बहादराबाद में 13 वर्षीय बच्ची से सामूहिक बलात्कार व हत्या, जुलाई 2024 में रुद्रपुर में महिला नर्स के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या और जून 2025 में हरिद्वार में 4 वर्षीय मासूम की हत्या जैसी घटनाएं शामिल हैं।
महिला कांग्रेस ने राज्यपाल से चार मुख्य मांगें की हैं —
महिला एवं बाल अपराधों की जांच के लिए विशेष आयोग या उच्च स्तरीय कमेटी का गठन।
उत्तराखंड महिला आयोग व बाल आयोग को भंग कर इन्हें स्वतंत्र और सक्रिय रूप से पुनर्गठित किया जाए।
महिला अपराधों पर चुप्पी साधने वाले मंत्रियों और अधिकारियों से स्पष्टीकरण लिया जाए।
गंभीर मामलों में सीबीआई या एसआईटी जांच कराई जाए।
ज्योति रौतेला ने कहा कि यह किसी राजनीतिक दल का मुद्दा नहीं बल्कि नारी अस्मिता और बेटियों की सुरक्षा का सवाल है। उन्होंने राज्यपाल से अनुरोध किया कि दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करने और महिला अपराधों पर प्रभावी कदम उठाएं।
।प्रतिनिधिमंडल में महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला, आशा मनोरमा, नजमा खान, शकुंतला नेगी व पुष्पा पंवार शामिल थी।

