सैनिक पुत्र की मौत प्रकरण में प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधीक्षक अटैच
कई चिकित्सक और कर्मचारी दोषी पाए गए
अविकल उत्तराखण्ड
बागेश्वर। जिला चिकित्सालय में सैनिक पुत्र की मृत्यु के मामले में हुई गंभीर लापरवाही पर स्वास्थ्य विभाग ने कठोर संज्ञान लेते हुए कई चिकित्सकों, अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की है। जिलाधिकारी की जांच रिपोर्ट और कारण बताओ नोटिस के उत्तरों के आधार पर स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने निम्न निर्णय लिए—
1. डॉ. तपन शर्मा – प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, बागेश्वर
आरोप: असंवेदनशीलता, एम्बुलेंस व्यवस्था न करना, प्रशासनिक अक्षमता।
कार्रवाई: तत्काल प्रभाव से पद एवं दायित्वों से मुक्त, निदेशक कुमांउ मंडल से संबद्ध।
2. ईश्वर सिंह टोलिया एवं लक्ष्मण कुमार – 108 वाहन चालक
आरोप: कर्तव्यों के प्रति उदासीनता व असंवेदनशीलता।
कार्रवाई: एक माह तक कार्य से विरक्त रखने एवं अनुशासनात्मक कार्रवाई हेतु निर्देश।
3. महेश कुमार (नर्सिंग अधिकारी), श्रीमती हिमानी (नर्सिंग अधिकारी) एवं सूरज सिंह कन्नाल (कक्ष सेवक)
आरोप: कर्तव्यों के प्रति लापरवाही व असंवेदनशीलता।
कार्रवाई: कठोर चेतावनी जारी, भविष्य में पुनरावृत्ति न करने का आदेश।
4. डॉ. भूरेन्द्र घटियाल – चिकित्साधिकारी
आरोप: कर्तव्यों के प्रति उदासीनता एवं संवेदनशीलता की कमी।
कार्रवाई: कठोर चेतावनी जारी।
5. डॉ. अंकित कुमार – बाल रोग विशेषज्ञ
आरोप: संघर्षरत बालक के प्रति सहानुभूति न दिखाना एवं उदासीनता।
कार्रवाई: प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर प्रतिकूल प्रविष्टि दर्ज।
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार का बयान
“यह घटना अत्यंत दुखद है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर त्वरित कार्रवाई की गई है। स्वास्थ्य सेवाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विभाग का संदेश स्पष्ट है कि हर अधिकारी और कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी पूरी संवेदनशीलता के साथ निभाएं, अन्यथा कठोर कार्रवाई के लिए तैयार रहें।”

