फूट ! सीएम व सचिव से मिले युवाओं के दो गुट
असमंजस-बेरोजगार संघ ने कहा, परीक्षा निरस्त हो जबकि दूसरे गुट ने कहा परीक्षा परिणाम जल्द जारी करें
बसें रोकी हुआ हंगामा, आया भाजपा नेता का नाम
UKSSSC पेपर लीक पर प्रदर्शन जारी
अविकल उत्तराखण्ड
देहरादून। फूट और असमंजस… ताजातरीन पेपर लीक मामले में बेरोजगार युवाओं के दो अलग अलग प्रतिनिधमंडल ने सीएम धामी व सचिव शैलेष बगौली से मिलकर अपनी अपनी अलग- अलग मांगे रखी। इस नए मूव से भ्रम की स्थिति बन गयी।
मंगलवार को बेरोजगार संगठन के अध्यक्ष राम कंडवाल के नेतृत्व में परीक्षा निरस्त करने, व सीबीआई जांच सम्बन्धी अन्य मांगे रखी। जबकि दूसरी ओर, संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा छात्र संघ के प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि परीक्षा निष्पक्ष रही। और परीक्षा कैंसिल नहीं की जाय।
दो अलग-अलग स्टैंड से यह बात भी पुख्ता तौर ओर सामने आई कि बेरोजगारों के आंदोलन में थोड़ा बहुत ‘लीकेज’ शुरू हो गया है। इस ‘लीकेज’ के पीछे कई कारण गिनाए जा रहे हैं
छात्र संघ ने बेरोजगार संघ के आरोपों को नकारते हुए कहा कि पेपर लीक की अफवाह फैलाई जा रही है। उन्होंने सचिव से परीक्षफल शीघ्र जारी करने की मांग की।
पेपर लीक आंदोलन में आये इस मोड़ से मामला नयी शक्ल अख्तियार कर सकता है।
दूसरी ओर, बेरोजगार युवाओं का आंदोलन मंगलवार की रात भी जारी रहा। जबकि पुलिस ने हाकम, पंकज गौड़, सुमन, खालिद समेत सनी आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद कुछ अन्य संदिग्ध हिरासत में लिए हैं।
हरिद्वार जिले के पथरी परीक्षा केंद्र से पेपर कैसे बाहर लीक हुआ, यह रहस्य भी कम आश्चर्यजनक नहीं है। इस प्रकरण में अभी तक बड़े मगरमच्छ व सफेदपोश की भूमिका से भी पर्दा नहीं उठा है।
पूरे मामले में बेरोजगार युवाओं के आंदोलन के समर्थन में प्रदेश के कई स्थानों में युवा सड़कों पर उतर आए हैं।
इधऱ,उत्तराखंड बेरोज़गार संघ के नेतृत्व में मंगलवार को परेड ग्राउंड पर सैकड़ों युवाओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी युवाओं ने हाल ही में आयोजित संयुक्त स्नातक स्तरीय परीक्षा समेत अब तक हुई सभी भर्ती परीक्षाओं की सीबीआई जांच कराने, परीक्षा निरस्त करने और आयोग अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया से इस्तीफा लेने की मांग उठाई। आंदोलन कर रहे युवाओं ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात के बावजूद ठोस आश्वासन नहीं मिला, जिसके चलते आंदोलन जारी रहेगा।
उत्तराखंड बेरोज़गार संघ के प्रदेश अध्यक्ष राम कंडवाल के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री धामी से मुलाकात कर चार प्रमुख मांगें रखीं। इनमें प्रतियोगी परीक्षाओं की सीबीआई जांच, स्नातक स्तरीय परीक्षा निरस्त कर एक माह में पुनः परीक्षा आयोजित करने, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग अध्यक्ष का इस्तीफा और आरक्षी भर्ती नियमावली में संशोधन शामिल है।
राम कंडवाल ने कहा कि जब तक सरकार इन मांगों पर ठोस कार्रवाई नहीं करती, आंदोलन थमेगा नहीं। उपाध्यक्ष सुरेश सिंह ने आयोग पर अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए कहा कि परीक्षा निरस्त करना ही युवाओं के हित में होगा। उन्होंने पुलिस पर फर्जी मुकदमे दर्ज करने का आरोप भी लगाया।
आंदोलन को समर्थन देने पहुंचे उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा के अध्यक्ष बॉबी पंवार ने कहा कि जब तक मांगें पूरी नहीं होतीं, वे भी आंदोलन जारी रखेंगे।
नेपालीफार्म में निजी संस्थान की बसें रोकी गईं, मचा हंगामा
हरिद्वार के एक निजी शिक्षण संस्थान के छात्रों की तीन बसों को मंगलवार देर शाम नेपालीफार्म, रायवाला में रोकने पर हंगामा खड़ा हो गया। सूचना मिलते ही रायवाला कोतवाली पुलिस मौके पर पहुँची और स्थिति को शांत कराया। बाद में सभी बसों को हरिद्वार के लिए रवाना कर दिया गया।
पेपर लीक से जोड़कर आरोप, पुलिस ने शुरू की जांच
वायरल वीडियो में छात्र-छात्राओं का कहना है कि वे हरिद्वार के निजी संस्थान में अध्ययनरत हैं और शैक्षणिक भ्रमण के लिए देहरादून लाए गए थे। वापसी के दौरान कथित तौर पर उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने बसों को रोक लिया। उधर, दूसरे पक्ष का आरोप है कि छात्रों को पेपर लीक प्रकरण में गुमराह कर देहरादून बुलाया गया। इस मामले में हरिद्वार निवासी मनींदर सिंह ने तहरीर दी है। रायवाला कोतवाल आरएस खोलिया के अनुसार मामले की गहन जांच की जा रही है।
यूकेएसएसएससी परीक्षा निष्पक्ष रही : छात्र संघ
परिणाम शीघ्र जारी करने की मांग, सचिव मुख्यमंत्री ने दिया आश्वासन
देहरादून। सचिव मुख्यमंत्री शैलेश बगोली से मंगलवार सांय संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा छात्र संघ का प्रतिनिधिमंडल इशांत रौथाण के नेतृत्व में सचिवालय में मिला और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा।
छात्र संघ ने ज्ञापन में कहा कि हाल ही में आयोजित यूकेएसएसएससी परीक्षा पूर्णतः निष्पक्ष, पारदर्शी और नकलविहीन रही। परीक्षा शुरू होने के लगभग आधे घंटे बाद प्रश्नपत्र की तस्वीरें वायरल होने की अफवाह फैलाई गई, जिससे भ्रामक माहौल बना।
प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार की गड़बड़ी नहीं हुई और उन्हें आयोग पर पूरा भरोसा है। कुछ लोग परीक्षा पूर्व इसे रोकने और अब परिणाम निरस्त कराने का प्रयास कर रहे हैं, जो परीक्षार्थियों की मेहनत और भविष्य पर आघात होगा।
छात्र संघ ने मांग की कि परीक्षा निरस्त न की जाए और परिणाम शीघ्र जारी किए जाएं। सचिव मुख्यमंत्री ने इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही का आश्वासन दिया।

प्रतिनिधिमंडल में रामपाल सिंह, विनोद आजाद, उमेश कुमार, मोहित, धुरेन्द्र, अर्जुन सिंह, मनेन्द्र कुमार और शिवम झंग्याल उपस्थित रहे।
मुख्य बिंदु
* परेड ग्राउंड में सैकड़ों युवाओं का जमावड़ा
* बेरोज़गार संघ ने रखीं चार बड़ी मांगें
* मुख्यमंत्री से मुलाकात के बावजूद नहीं मिला ठोस आश्वासन
* बॉबी पंवार भी युवाओं के समर्थन में डटे
परेड ग्राउंड में जारी इस आंदोलन के साथ बेरोज़गार संघ लगातार सरकार पर दबाव बढ़ा रहा है। संघ का आरोप है कि आयोग ने लगातार भर्ती परीक्षाओं में धांधली कर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया। आंदोलन को लेकर राजधानी में माहौल गरमा गया है और बेरोज़गार संगठन ने साफ कहा है कि अगर सरकार ने जल्द मांगें नहीं मानीं तो आंदोलन और व्यापक होगा।
बेरोज़गार संघ की चार प्रमुख मांगें
1. सभी भर्ती परीक्षाओं की सीबीआई जांच
2. स्नातक स्तरीय परीक्षा निरस्त कर एक माह में पुनः परीक्षा
3. आयोग अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया का इस्तीफा
4. आरक्षी भर्ती नियमावली में तत्काल संशोधन
कुछ संदिग्ध हिरासत में, कर्मचारियों और जैमर टीम से पूछताछ
देहरादून। यूकेएसएसएससी के स्नातक स्तरीय पदों की लिखित प्रतियोगी परीक्षा में पेपर लीक मामले में नया मोड़ आया है। एसएसपी देहात जया बलूनी के नेतृत्व में एसआईटी ने हरिद्वार के आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज, बहादरपुर जट का निरीक्षण किया। जांच में सामने आया कि जिस परीक्षा कक्ष में आरोपी खालिद ने परीक्षा दी, वहां जैमर नहीं लगे थे। अब कर्मचारियों और जैमर टीम से पूछताछ की जा रही है, जबकि कुछ संदिग्ध हिरासत में हैं।
जांच में पता चला कि परीक्षा केंद्र में कुल 18 कमरे थे, जिनमें से 15 में जैमर लगे थे। खालिद जिस कमरे (नंबर 9) में बैठा था, वहां जैमर नहीं था। इसी कमरे से उसने परीक्षा के तीन पन्ने अपनी बहन साबिया को भेजे, जिन्होंने इसे प्रोफेसर सुमन चौहान को पहुंचाया। एसपी बलूनी ने बताया कि आरोपी साबिया ने पूर्ण जानकारी होने के बावजूद नकल कराने के उद्देश्य से प्रश्न भेजने और उत्तर प्राप्त करने में भूमिका निभाई, जिस आधार पर उसे गिरफ्तार किया गया। जांच टीम यह भी पता लगा रही है कि खालिद परीक्षा केंद्र में डिवाइस कैसे लेकर आया। आरोपी खालिद की गिरफ्तारी के बाद ही पेपर लीक की पूरी गुत्थी सुलझ सकेगी। खालिद की दूसरी बहन हिना और प्रश्नों के हल तैयार करने वाली प्रोफेसर सुमन चौहान भी अभी पुलिस हिरासत में हैं।
एसपी बलूनी ने कहा कि जांच में यह भी सामने आया कि कितने लोग पेपर लीक प्रकरण में शामिल हैं और उनकी भूमिका क्या रही। खालिद की बहन साबिया ने न केवल प्रश्न पत्रों को बाहर भेजा बल्कि उनसे हल तैयार कराकर प्रोफेसर सुमन तक पहुँचाया। इस मामले में पुलिस टीम लगातार अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है।
– कुल 18 कमरे, 15 में लगे जैमर
– खालिद ने कमरा नंबर 9 से पेपर के तीन पन्ने बाहर भेजे
– जैमर टीम और कर्मचारियों से पूछताछ जारी
भाजपा नेता के स्कूल में सामने आया है पूरा मामला
हरिद्वार। एक तरफ जहां धामी सरकार भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता लाने के लिए नकल विरोधी जैसे कठोर कानून बना रही है, वहीं एक और भाजपा नेता पर भर्ती परीक्षा में उंगली उठी है।
भाजपा नेता धर्मेंद्र चौहान के स्कूल में मामला सामने आने पर पार्टी की खूब किरकिरी हो रही है। पार्टी हाईकमान को जिला संगठन ने भाजपा नेता की रिपोर्ट भेज दी है, जिसमें कहा गया है कि जिस कक्ष में प्रकरण सामने आया है, वहां स्कूल के स्टाफ की भी तैनाती नहीं थी। दरअसल दो साल पहले भी पटवारी और जेई, एई भर्ती परीक्षा में भाजपा नेता संजय धारीवाल पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किए गए थे।
स्नातक स्तरीय पदों के लिए राज्य अधीनस्थ चयन आयोग की ओर सेरविवार को आयोजित कराई गई भर्ती परीक्षा में जिस स्कूल से पेपर लीक हुआ है। वह स्कूल भाजपा हरिद्वार जिला संगठन के वर्तमान में जिला मीडिया प्रभारी हैं। इससे पहले भी वो भाजपा किसान मोर्चा में जिला महामंत्री और अनेक पदों पर रह चुके हैं। पार्टी में उनकी अच्छी खासी पकड़ है, लेकिन अब उनके स्कूल का नाम पेपर लीक में सामने आने के बाद उनका नाम भी जोरों से उछल रहा है। सोशल मीडिया में स्कूल के फोटो और भाजपा नेता के सीएम के साथ फुटेज वायरल हो रहे हैं। मामला अति गंभीर होने से भाजपा संगठन भी पूरे प्रकरण पर निगाहें रखे हुए है। यही कारण है कि पार्टी हाईकमान की ओर से मामले की पूरी रिपोर्ट जिला संगठन की ओर से मांगी गई है। इसमें भाजपा जिलाध्यक्ष आशुतोष शर्मा की ओर से रिपोर्ट भेज दी गई है। उन्होंने
बताया कि भाजपा नेता का पेपर लीक मामले से कोई लेना नहीं है। उनका कहना है कि पेपर कराने के लिए स्कूल आयोग को दिया जाता है। यही नहीं जिस परीक्षा कक्ष से पेपर लीक होने बताया जा रहा है। उसमें स्कूल के शिक्षक भी तैनात नहीं थे। इससे भाजपा जिला मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र चौहान का पेपर लीक से दूर-दूर तक वास्ता नहीं है। अप्रैल 2023 को उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के पटवारी और जेई, एई भर्ती परीक्षा पेपर लीक के आरोप में नारसन के मोहम्मदपुर गांव के ग्राम प्रधान व भाजपा के पूर्व मंगलौर मंडल अध्यक्ष संजय धारीवाल को एसआईटी ने गिरफ्तार किया था। उसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया था। अब भर्ती परीक्षाओं में हुए खेल में भाजपा नेता के स्कूल का नाम आने से चर्चाओं का बाजार पूरे प्रदेश में गरम है। (साभार अउ)
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पेपर लीक का मास्टरमाइंड खालिद हरिद्वार से गिरफ्तार

