पूर्व कैबिनेट मंत्री दिवाकर के निधन से उत्तराखंड में शोक
भट्ट के जनसेवा कार्य अनुकरणीय-सीएम
अविकल उत्तराखण्ड
देहरादून । उत्तराखंड की राजनीति में फील्ड मार्शल के नाम से मशहूर और राज्य आंदोलन के अग्रणी नेता पूर्व कैबिनेट मंत्री दिवाकर भट्ट का मंगलवार को निधन हो गया। वे लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे और देहरादून स्थित श्री इंद्रेश अस्पताल में इलाज करवा रहे थे। आज ही उन्हें अस्पताल से छुट्टी दी गई थी, जिसके बाद हरिद्वार स्थित आवास पर उन्होंने अंतिम सांस ली।
कुछ दिन पूर्व सीएम समेत कई लोगों ने उनके स्वास्थ्य का हाल जाना था।
सूत्रों के अनुसार दिवाकर भट्ट पिछले कई महीनों से गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे। इलाज के दौरान कुछ समय के लिए उनकी सेहत में सुधार भी देखा गया, लेकिन स्थिति लगातार बिगड़ती चली गई।
उनके निधन की खबर से उत्तराखंड क्रांति दल (यूकेडी) सहित पूरे प्रदेश में शोक की लहर है। राज्य आंदोलन में उनकी भूमिका और जन मुद्दों पर मुखर आवाज को लोग आज भी याद करते हैं।
दिवाकर भट्ट का राजनीतिक जीवन संघर्ष, स्पष्टवादिता और जनहित के मुद्दों से भरा रहा। उत्तराखंड के निर्माण आंदोलन में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसके चलते उन्हें फील्ड मार्शल के नाम से पहचान मिली।

प्रदेश के विभिन्न राजनीतिक दलों और संगठनों ने उनके निधन पर श्रद्धांजलि व्यक्त की है और इसे राज्य के लिए अपूरणीय क्षति बताया है।
भट्ट के जनसेवा कार्य अनुकरणीय-सीएम
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री दिवाकर भट्ट के निधन पर गहरा दु:ख व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री ने ईश्वर से पुण्यात्मा को श्री चरणों में स्थान देने तथा शोक संतप्त परिजनों को यह असीम दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।
मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि दिवाकर भट्ट के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है, राज्य निर्माण आंदोलन से लेकर जन सेवा के क्षेत्र में उनके द्वारा किए गए कार्य सदैव अविस्मरणीय रहेंगे।

