निर्माण में अनदेखी और भ्रष्टाचार के आरोप, जांच की मांग
जनवरी में साइक्लिंग प्रतियोगिताएं हुईं थी आयोजित
अविकल उत्तराखण्ड
रुद्रपुर। निर्माण में लापरवाही व बन्दरबांट का मामला सामने आया है। जनवरी 2025 में उत्तराखंड में आयोजित राष्ट्रीय खेलों को भव्य बनाने के लिए सरकार ने सैकड़ों करोड़ रुपये खर्च कर कई नई खेल संरचनाएं तैयार कीं। दावा किया गया कि इनसे राज्य में खेलों को नई ऊंचाई मिलेगी। लेकिन महज छह महीने बाद ही इन दावों की पोल खुलने लगी है।
ऊधमसिंह नगर में 22 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया साइकिल ट्रैक जगह-जगह से टूट गया है और उसमें बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गई हैं।
जिस ट्रैक पर जनवरी 2025, राष्ट्रीय खेलों के दौरान साइक्लिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई थीं, वही अब खस्ताहाल है। कई जगह से ट्रैक उखड़ गया है और बारिश के चलते स्थिति और बिगड़ गई है।
ट्रैक की हालत देख स्थानीय लोग और खिलाड़ी नाराज हैं। जानकारी के मुताबिक निर्माण के दौरान ही तकनीकी विशेषज्ञों और ठेकेदारों ने नींव और डामरीकरण की गुणवत्ता पर आपत्ति जताई थी, लेकिन इन्हें अनदेखा कर काम जल्दबाजी में पूरा कर दिखावटी उद्घाटन कर दिया गया।
अब सवाल उठ रहा है कि जब 22 करोड़ रुपये खर्च कर तैयार किया गया ट्रैक छह महीने भी नहीं टिक सका, तो इसे लापरवाही माना जाए या भ्रष्टाचार? निर्माण कार्य में सरकारी धन के इस दुरुपयोग ने न केवल खेल विभाग को कटघरे में खड़ा किया है, बल्कि जिम्मेदार अधिकारियों और ठेकेदारों पर भी सवाल खड़े किए हैं।
विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर सरकार पर हमला बोला है और उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। लोगों की भी मांग है कि दोषियों की पहचान कर उन पर कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह के खेलों की आड़ में होने वाले खेल रोके जा सकें।

अब देखना यह होगा कि सरकार इस प्रकरण को कितनी गंभीरता से लेती है और क्या दोषियों के खिलाफ कोई ठोस कदम उठाती है।

