राजभवन में स्वल्पाहार कार्यक्रम का आयोजन
देहरादून। 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राजभवन में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने ध्वजारोहण कर देश व प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं और स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि भारत ने 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने का संकल्प लिया है और आत्मनिर्भरता इसके विकास की नींव है।

डिजिटल स्वदेशी पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि अपने डेटा, सॉफ्टवेयर और तकनीक पर निर्भर रहना अर्थव्यवस्था और सुरक्षा के लिए अनिवार्य है।
राज्यपाल ने युवाओं से तकनीक और नवाचार में अग्रणी बनने का आह्वान किया तथा एआई, स्पेस, साइबर, क्वांटम और रोबोटिक्स जैसे क्षेत्रों में सहभागिता बढ़ाने की आवश्यकता बताई।
उन्होंने उत्तराखण्ड की विषम भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद निरंतर प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए योग, आयुर्वेद, हनी, अरोमा, वेलनेस, कृषि और औद्यानिकी में अपार संभावनाओं का उल्लेख किया। महिलाओं और बेटियों की प्रतिभा को प्रदेश की शक्ति बताते हुए उनके कौशल विकास पर बल दिया।
स्वल्पाहार कार्यक्रम में पुस्तक व कॉफी टेबल बुक का विमोचन
राजभवन में आयोजित स्वल्पाहार कार्यक्रम में राज्यपाल गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहित अनेक गणमान्य लोग शामिल हुए। इस अवसर पर “संवैधानिक नेतृत्व प्रेरक अभिव्यक्ति” पुस्तक का विमोचन किया गया, जिसमें राज्यपाल के विधानसभा सत्र अभिभाषण, राज्य स्थापना दिवस और गणतंत्र दिवस के भाषण संकलित हैं।
साथ ही उत्तराखण्ड सैनिक पुनर्वास संस्था द्वारा तैयार “एक शाम सैनिकों के नाम – 2025” कॉफी टेबल बुक का भी विमोचन हुआ, जिसमें राजभवन देहरादून और नैनीताल में आयोजित सैनिकों के सम्मान कार्यक्रमों की गतिविधियों का दस्तावेजीकरण किया गया है।

कार्यक्रम में पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, सुबोध उनियाल, सतपाल महाराज, सांसदगण, विधायकगण और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।

