पत्रकार पंकज मिश्रा हत्याकांड में  दो अभियुक्त गिरफ्तार

पत्रकार अमित सहगल व मुंबई वासी गिरफ्तार

‘तकनीकी पेंच’ ने पोस्टमार्टम प्रक्रिया को खींचा लंबा

नाराज परिजनों व कांग्रेस ने जड़े आरोप

अविकल उत्तराखंड

देहरादून।पत्रकार पंकज मिश्रा हत्याकांड में दून पुलिस ने अमित सहगल व मुंबई निवासी पार्थोशील को गिरफ्तार कर लिया। दोनों को गुरुवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। दोनों पर पंकज के घर में घुसकर मारपीट का मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने यह कार्यवाही की।

पत्रकार पंकज मिश्रा की मौत का मसला दूसरे दिन बुधवार को भी सुर्खियों में रहा। तकनीकी गलती की वजह से चिकित्सकों के विशेष पैनल ने पोस्टमार्टम में कई घण्टे खर्च कर दिए। दो बजे से शुरू हुआ पोस्टमार्टम लगभग पांच बजे जाकर खत्म हुआ।

देर होने की वजह से परिजनों को हरिद्वार में होने वाला अंतिम संस्कार टालना पड़ा। अब गुरुवार को हरिद्वार में अंतिम संस्कार होगा।
इस बीच, मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस व दिवंगत पंकज मिश्रा के भाई अरविंद मिश्रा और पत्नी लक्ष्मी ने कोरोनेशन हॉस्पिटल के पोस्टमार्टम हाउस के बाहर इसे बड़ी साजिश करार देते हुए इंसाफ की गुहार लगाई। और पत्रकार अमित सहगल पर गम्भीर आरोप लगाए।
अरविंद मिश्रा ने कहा कि अमित सहगल ने वारदात करने से पहले 15 दिसम्बर को उनसे भी बात की थी। और धमकी भरे अंदाज में कहा था कि वे उनके भाई पंकज को पत्रकारिता सिखा देंगे।

अरविंद मिश्रा व पंकज मिश्रा की पत्नी ने कहा कि अमित सहगल व उनके गैंग ने घर में घुसकर मारपीट की। और उनके भाई को बहुत मारा। लेकिन 16 दिसम्बर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सच्चाई सामने नहीं आने पर गम्भीर सवाल भी उठाए।

पोस्टमार्टम हाउस के बाहर मौजूद कांग्रेस नेत्री सुजाता पॉल,प्रतिमा और पंकज क्षेत्री ने कहा कि इस हाई प्रोफाइल हत्याकांड की गहनता से जांच होनी चाहिए। उन्होंने 16 दिसम्बर को आई पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में तथ्यों की अनदेखी का आरोप भी लगाया।
सुजाता पॉल ने कहा कि पंकज मिश्रा ने फेसबुक पोस्ट में गम्भीर आरोप लगाए थे। नाम लेकर लोगों को चिन्हित भी किया था। और इसके बाद पंकज की हत्या हो जाती है। भाजपा के राज में   खुलेआम घर में घुसकर पत्रकार को मार दिया जाता है।

दिवंगत पत्रकार पंकज मिश्रा

सुजाता पॉल ने कहा कि घटना से पूर्व आरोपी अमित सहगल की किन अधिकारियों व नेताओं से हुई बातचीत का ब्यौरा सामने आना चाहिए। इससे पता चलेगा कि सहगल की सत्ता के गलियारों में कितनी पहुंच थी।

गौरतलब है कि पंकज मिश्रा का 16 दिसम्बर को पोस्टमार्टम हुआ था। पीएम रिपोर्ट में मौत के साफ कारण नहीं गिनाए गए थे। लिहाजा, मृतक पत्रकार के छोटे भाई ने फिर से पीएम की बात उठायी। एसएसपी अजय सिंह दोबारा पोस्ट मार्टम की मांग स्वीकार कर ली।

बुधवार को दोपहर 2 बजे पांच चिकित्सकों के पैनल ने पोस्टमार्टम शुरू किया। उम्मीद जताई जा रही थी कि लगभग 3 बजे तक पीएम की कार्यवाही पूरी हो जाएगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पीएम हाउस के बाद मौजूद पत्रकारों और परिजनों के सब्र का बांध टूटने लगा। उन्होंने नाराजगी भी जताई।
पता चला कि चिकित्सकों ने पोस्टमार्टम की प्रक्रिया को बीच में ही रोक कर नियमों का हवाला देते हुए नए पंचनामा आदेश की कॉपी मांगी। देरी होते देख परिजनों और मौके पर मौजूद लोगों ने  जांच अधिकारी प्रदीप रावत से नाराजगी भी जताई।
स्थानीय पुलिस के इस आदेश को देने के बाद रुकी पोस्टमार्टम की कार्यवाही को अंजाम तक पहुंचाया। इसमें भी काफी समय खर्च हो गया।
जब मृतक पंकज के पार्थिव शरीर परिजनों को सौंपा गया तो घड़ी की सुइयां 5 बजा रही थी। पुलिस व स्वास्थ्य विभाग के बीच फंसे ‘तकनीकी कारणों’ ने दिवंगत पत्रकार के अंतिम संस्कार के कार्य को एक दिन और टालना पड़ा।
गौरतलब है कि पत्रकार पंकज मिश्रा की मौत 16 दिसम्बर की तड़के हो गयी थी।
बुधवार को मृतक की पत्नी लक्ष्मी देवी व भाई अरविंद मिश्रा ने जाखन चौकी में बयान दर्ज कराए।
यह हत्याकांड राजनीतिक हलकों में तूल पकड़ता जा रहा है। पत्रकार पंकज के परिजनों ने मीडिया में आ रहे गलत व भ्रामक खबरों ओर नाराजगी जताते हुए मानहानि नोटिस भेजने की भी बात कही।

पत्रकार पंकज मिश्रा हत्याकांड में  दो अभियुक्त गिरफ्तार

हत्या का मुकदमा दर्ज, डॉक्टरों के पैनल से दोबारा पोस्टमार्टम, जांच में साइबर व फोरेंसिक टीमें शामिल

थाना राजपुर को 16 दिसंबर 2025 की प्रातः कंट्रोल रूम के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि दून विहार क्षेत्र स्थित एक घर में किराये पर रहने वाला व्यक्ति अचेत अवस्था में पड़ा है और कोई प्रतिक्रिया नहीं कर रहा है। सूचना पर थाना राजपुर से पुलिस बल तत्काल मौके पर पहुंचा। मौके पर देखा गया कि मकान में किराये पर निवासरत पंकज मिश्रा घर के पीछे वाले कमरे में बेड के पास फर्श पर मुंह के बल अचेत अवस्था में पड़े थे। उन्हें तत्काल एम्बुलेंस की सहायता से दून चिकित्सालय भेजा गया, जहां चिकित्सकों द्वारा उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। मृतक के शव का पंचायतनामा भरकर पोस्टमार्टम कराया गया।

16 दिसंबर 2025 की रात्रि को मृतक के भाई अरविन्द मिश्रा (निवासी लखनऊ) एवं अन्य परिजन देहरादून पहुंचे और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर प्रार्थना पत्र दिया। परिजनों द्वारा आरोप लगाया गया कि 15 दिसंबर 2025 को अभियुक्तगण मृतक के घर आए, गाली-गलौच की, मृतक व उसकी पत्नी के मोबाइल फोन छीने तथा जान से मारने की नीयत से मृतक के साथ मारपीट की, जिससे उनकी मृत्यु हुई।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर थाना राजपुर में मु0अ0सं0 234/25 धारा 103, 304, 333 एवं 352 बीएनएस के अंतर्गत अमित सहगल व अन्य के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत किया गया। मृतक के परिजनों के लिखित अनुरोध पर शव का पुनः डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया।

एसएसपी अजय सिंह

प्रारम्भिक विवेचना के दौरान वादी, मृतक की पत्नी, मकान मालिक एवं आसपास के गवाहों के बयान दर्ज किए गए। फील्ड यूनिट द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण कर भौतिक साक्ष्य संकलित किए गए। प्राप्त साक्ष्यों एवं बयानों के आधार पर 17 दिसंबर 2025 को अभियुक्त अमित सहगल एवं उसके एक अन्य साथी को लंबी पूछताछ के उपरांत गिरफ्तार किया गया।

गिरफ्तार अभियुक्त

1. अमित सहगल, पुत्र स्वर्गीय अशोक सहगल, निवासी विजयपुर गोपीवाला अनारवाला, थाना कैंट, जनपद देहरादून, उम्र 51 वर्ष।

2. पार्थोशील, पुत्र मनिंद्रनाथ सील, निवासी मकान संख्या 11, पांच बावड़ी, गोरेगांव ईस्ट, मुंबई–400063, उम्र 45 वर्ष।

अब तक प्रकरण में प्राप्त साक्ष्यों एवं बयानों के आधार पर कार्रवाई की गई है। प्रकरण की विस्तृत एवं गहन विवेचना हेतु साइबर सेल, एसओजी एवं फोरेंसिक टीमों को भी लगाया गया है। सभी पहलुओं पर निष्पक्ष एवं पारदर्शी जांच के निर्देश दिए गए हैं-एसएसपी अजय सिंह

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पत्रकार पंकज मिश्रा की मौत के मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज

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