ओवैसी ने ट्वीट कर पीएम मोदी की चुप्पी व मोहन भागवत को निशाने पर लिया
कहा, उत्तराखंड में एक सोची समझी साज़िश के तहत मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा
ट्वीट पर तीखी प्रतिक्रिया सामने आई
अविकल उत्तराखण्ड
देहरादून। लव जिहाद और मुस्लिमों के उत्तराखण्ड के पर्वतीय इलाके से पलायन को लेकर बुलाई गई दो समुदायों की महा पंचायत टल चुकी है। नैनीताल हाईकोर्ट के अलावा सीएम धामी व प्रशासन की मिली जुली कोशिशों के बाद बढ़ रहे साम्प्रदायिक तनाव पर एक सीमा तक रोक भी लगती नजर आयी।
लेकिन इसी बीच, ओवैसी के दूसरे ट्वीट के बाद चिंगारी फिर सुलगने लगी है।

ओवैसी ने तीखे शब्दों का प्रयोग करते हुए कहा कि- उत्तराखंड में एक सोची समझी साज़िश के तहत मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है। झूठ की बुनियाद पर मुसलमानों को उनके जान और माल से महरूम करने की हर मुम्किन कोशिश की जा रही है। भाजपा और संघ परिवार के लोग इस षड्यंत्र में पूरी तरह शामिल है।
“सबका साथ, सबका विकास” की लफ़्फ़ाज़ी एक तरफ़ और प्रधानमंत्री की चुप्पी दूसरी तरफ़ । RSS के भागवत का कहना है कि ‘मुसलमान दुनिया में सबसे सुरक्षित भारत में है’। भागवत को उत्तरकाशी जाकर ये बात कहनी चाहिए।
सच तो यही है कि भारत का मुसलमान हिंसक हिन्दुत्ववादियों के आतंक से अकेले जूझ रहा है।
ओवैसी के ट्वीट के जवाब में यूज़र्स कश्मीरी पंडितों पर हो रहे अत्याचार पर चुप्पी का सवाल उठाते है। एक यूज़र्स तो साफ लिखते हैं कि तुम्हारी दंगा भड़काने की साजिश कामयाब नहीं होगी।
बहरहाल, पुरोला की घटना पर सीएम धामी दोषियों को दंडित करने की बात कह चुके हैं। हिंदूवादी संगठन विरोध के अन्य रास्ते तलाश कर कार्यक्रम फाइनल कर रहे है। धरना-प्रदर्शन व मार्च के जरिये विरोध की बात हो रही है।
इस घटना के बाद उपजे तनाव के बीच मुस्लिम परिवार इलाके को छोड़ रहे हैं। पूरी तरह राजनीतिक रंग में रंग चुका लव जिहाद का मसला आने वाले दिनों में नया गुल खिलाने जा रहा है।



