अविकल उत्तराखण्ड
देहरादून। ‘विश्व फोटोग्राफी दिवस’ के अवसर पर दून विश्वविद्यालय के स्कूल आॅफ मीडिया एंड कम्यूनिकेशन स्टडीज ने छायाचित्र प्रदर्शनी, क्विज़ व अन्य कार्यक्रमों का आयोजन किया।
इसके साथ ही विद्यार्थियों द्वारा तैयार किया गया फोटो इंस्टौलेशन, फोटो फीचर, फोटो शूट भी प्रदर्शित किया गया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो सुरेखा डंगवाल ने विभाग के विद्यार्थियों को बधाई दी तथा फोटोग्राफी के माध्यम से समाजिक कुरीतियों और समस्याओं को उजागर करने की रचनात्मकता को एक सराहनीय कदम बताया।

विभागाध्यक्ष डा राजेश कुमार ने सभी को विश्व फोटोग्राफी दिवस की बधाई दी तथा कहा कि युवा पीढ़ी द्वारा फोटोग्राफी के माध्यम से समाज को सकारात्मकता एंव संवेदनशीलता का संदेश देना अपने नैतिक कर्तव्यों का निर्वाहन करने का एक नव विचार है और विभाग इसके लिए पूरी तरह से समर्पित है। ये एक ऐसी पहल है जिससे आगे आने वाली पीढ़ियों को एक सीख मिलेगी।
कार्यक्रम की समंवयक जूही प्रसाद ने रूपरेखा बताते हुए कहा कि इस प्रदर्शनी के माध्यम से समाज के विभिन्न वर्गों को कैमरा पर उतारने की कोशिश की गयी है। प्रदर्शनी की महत्वपूर्ण थीम रही- फेथ , लैण्डस्केप, अर्बन स्पेस, आरकिटेक्चर, एनीमल्स, लोन पर्सन एण्ड सराउनडिंग्स, पीपल और पोर्टरेट्स।
इसके साथ ही फोटो फीचर के माध्यम से दिहाड़ी मजदूरी की विषमताएं, महिला शोषण, बाल मजदूरी जैसी समाजिक समस्याओं पर विश्लेषण किया गया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री दुर्गेश डिमरी, डा नितिन कुमार, डा राशि मिश्रा, आबशार अब्बासी, पियषी, डा वंदना, डा अंकित नागर, डा रजनीश, डा रमा ने शिरकत की।

विद्यार्थियों में शिवांश, शादान, शिबान, श्रुति, खुशी, मनन, दिव्यांशी, पियूष, सुक्रिति, बलराम आदि प्रबंधन समिति के सदस्य रहे।

