उत्तरांचल उत्थान परिषद की वार्षिक आम बैठक सम्पन्न

‘हिमांजलि’ पत्रिका का विमोचन, उत्तराखंड की प्राचीन ज्ञान परंपरा पर केंद्रित विशेषांक

अविकल उत्तराखंड

देहरादून। उत्तरांचल उत्थान परिषद की वार्षिक आम बैठक वर्ष 2024-25 के कार्यों की समीक्षा के साथ सम्पन्न हुई। दो दिवसीय साधारण सभा में संगठन के विभिन्न सेवा कार्यों एवं प्रकल्पों की विस्तृत समीक्षा की गई।

प्रथम दिवस के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उत्तराखंड के प्रांत प्रचारक डॉ. शैलेन्द्र रहे। उन्होंने परिषद के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि स्वरोजगार व स्वावलम्बन से ही उद्यमिता की गति तेज की जा सकती है। “मेरा गांव, मेरा तीर्थ” जैसे ध्येय वाक्य से समाज को गांवों से जोड़ने की आवश्यकता है। महामंत्री ने विभिन्न जनपदों में संस्कार केन्द्रों, सेवा प्रकल्पों, पुस्तकालयों व अन्य सामाजिक कार्यों की जानकारी प्रस्तुत की।

बैठक के दूसरे सत्र में परिषद के महामंत्री ने वर्ष 2024-25 की गतिविधियों का विवरण प्रस्तुत किया। कोषाध्यक्ष ने आय-व्यय का लेखा-जोखा रखा एवं वर्ष 2025-26 के अनुमानित व्यय पर प्रस्ताव पारित किए गए। परिषद अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह लडवाल ने सदस्यों से आग्रह किया कि वे विभिन्न जनपदों में स्थानीय निवासियों से संवाद कर नई कार्ययोजना तैयार करें।

दूसरे दिन के प्रथम सत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ग्राम विकास विभाग प्रमुख ललित एवं प्रांत सेवा प्रमुख पवन उपस्थित रहे। अंतिम सत्र में परिषद की वार्षिक पत्रिका ‘हिमांजलि’ 2025-26 का विमोचन पूर्व राज्यपाल महाराष्ट्र एवं पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखंड भगत सिंह कोश्यारी, ग्राम विकास प्रमुख देवेंद्र, कवयित्री-लेखिका नीता कुकरेती एवं परिषद अध्यक्ष नरेन्द्र लडवाल द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।

कोश्यारी ने कहा कि हिमांजलि के विशेषांक उत्तराखंड के विकास, स्वरोजगार एवं संसाधनों पर आधारित रहे हैं। इस वर्ष का अंक प्राचीन ज्ञान परंपरा पर प्रकाशित हुआ है, जो सराहनीय है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड बौद्धिक रूप से सम्पन्न राज्य है, यहां ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि, पशुपालन एवं वानिकी के अनेक सफल प्रयोग हो रहे हैं।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही कवयित्री नीता कुकरेती ने पत्रिका के संपादक मंडल को शुभकामनाएं दीं और कहा कि यह शोधकर्ताओं व सामाजिक कार्यकर्ताओं के लिए उपयोगी सिद्ध होगी। उन्होंने अपनी स्वरचित कविता का पाठ भी किया।

कार्यक्रम के अंत में परिषद अध्यक्ष नरेन्द्र लडवाल ने सभी अतिथियों व प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर प्रेम बड़ा कोटी, पलायन आयोग सदस्य रामप्रकाश पैन्यूली, नरेश चन्द्र खुला, आनन्द सिंह रावत, कुलानन्द कोठियाल, दिवाकर पैन्यूली, धर्मानन्द उनियाल सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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